Bengal Politics: कांग्रेस में शामिल होने के 24 घंटे के अंदर तृणमूल में लौटे पार्थ मित्र
Bengal Politics कांग्रेस में शामिल होने के 24 घंटे के अंदर पार्थ मित्र तृणमूल में लौट गए। पार्थ ने कोलकाता नगर निगम के आठ नंबर वार्ड से चुनाव लड़ा व जीता था। इस बार तृणमूल ने उन्हें टिकट नहीं दिया है जिससे नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में कांग्रेस में शामिल होने के 24 घंटे के अंदर पार्थ मित्र तृणमूल में लौट गए हैं। पार्थ ने कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के आठ नंबर वार्ड से चुनाव लड़ा व जीता था। इस बार तृणमूल ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, जिससे नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस की तरफ से शनिवार को जारी की गई उम्मीदवारों की पहली सूची में पार्थ मित्र का भी नाम था, लेकिन 24 घंटे बीतते न बीतते पार्थ ने सुर बदलते हुए कहा कि वे तृणमूल में ही हैं और तृणमूल में ही रहेंगे। उनके नाम से झूठा प्रचार किया गया है। पार्थ रविवार को राज्य के परिवहन मंत्री व केएमसी के पूर्व मुख्य प्रशासक फिरहाद हकीम के साथ दिखे। उन्होंने कहा कि वे फिरहाद हकीम का आशीर्वाद लेकर तृणमूल के लिए ही काम करेंगे।
पार्टी की नीतियों के मुताबिक तैयार की जा रही प्रत्याशियों की सूची
केएमसी चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से अब तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं किए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। तृणमूल का तो सीधे तौर पर कहना है कि भाजपा को केएमसी चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी नहीं जुट रहे। इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि भाजपा एक अखिल भारतीय पार्टी है। उम्मीदवारों का चयन करते समय बहुत सी नीतियों का ध्यान रखना पड़ता है। उसी के मुताबिक प्रत्याशियों की सूची तैयार की जा रही है। यह कोई आसान काम नहीं है। बैरकपुर से पार्टी सांसद अर्जुन सिंह के भाजपा छोड़ने की अटकलों पर घोष ने कहा-'बहुत सी चीजों को लेकर अटकलबाजी चलती रहती है। यह भी कहा जा रहा है कि मैं भाजपा छोडऩे वाला हूं लेकिन सबकुछ सच नहीं होता।' गौरतलब है कि प्रत्याशियों के चयन के लिए बुलाई गई बैठक में अर्जुन सिंह गैरहाजिर थे। उनके अलावा पार्टी नेता राजू बंद्योपाध्याय भी बैठक में शामिल नहीं हुए थे। तृणमूल पर निशाना साधते हुए घोष ने कहा-'तृणमूल अब पार्टी बोलकर कुछ नहीं रह गई है। वह डर दिखाकर सबकुछ कर रही है।'