पूर्व सेना प्रमुख ने कहा- पाकिस्तान के सुधर जाने की उम्मीद करना हमारी गलती
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा- पाक सुधरने वाला नहीं बार-बार स्ट्राइक करते रहना होगा भारत के खिलाफ आंख उठाने वालों से निपटने में हमारी सेना सक्षम
कोलकाता, राजीव कुमार झा। भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) शंकर राय चौधरी का कहना है कि पाकिस्तान कभी सुधरने वाला नहीं है और उसके खिलाफ बार-बार सर्जिकल या एयर स्ट्राइक करते रहना होगा। विजय दिवस के मौके पर सोमवार को फोर्ट विलियम में 1971 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद खास बातचीत में उन्होंने यह बात कहीं। सर्जिकल व एयर स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में बार-बार संघर्ष विराम व आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिशों पर उन्होंने कहा कि वह सुधरने वाला नहीं है। यही हमारी गलती है कि पाकिस्तान के सुधर जाने की हम उम्मीद करते हैं। मेरा मानना है कि पाकिस्तान कभी सुधरने वाला नहीं है।
उन्होंने दो टूक कहा कि एक एयर या सर्जिकल स्ट्राइक से काम नहीं चलेगा, बल्कि उसके खिलाफ 10 बार यह करना होगा। उसे बार-बार यही दवाई देनी होगी, हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर आगे भी हमारी सेना उसके खिलाफ सर्जिकल व एयर स्ट्राइक करेगी।
भारत के खिलाफ पाकिस्तान के साथ चीन की हरकतों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर जो कोई भी हमला करेगा, उससे हम अपने तरीके से निपटेंगे। रायचौधरी ने स्पष्ट कहा-'हम अपने तरीके से और अपनी काबिलियत के मुताबिक अपने देश की रक्षा करेंगे, चाहे वह कोई भी देश हो। पाकिस्तान या चीन, हमारे खिलाफ आंख उठाने वालों से निपटने में हमारी सेना पूरी तरह सक्षम व तैयार है।
हिंसा किसी को भी पसंद नहीं : राय चौधरी
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों सहित बंगाल व देश के अन्य राज्यों में फैल रही हिंसा पर पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि हिंसा किसी को भी पसंद नहीं है। जिस तरह से इसके नाम पर हमारे देश में आग फैल रही है, वह ठीक नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंसा किसी को भी पसंद नहीं है और इस मुद्दे का तुरंत व अच्छे ढंग से समाधान किया जाना चाहिए। सीएए के नाम पर विरोध प्रदर्शन व हिंसा पर उन्होंने यह भी कहा कि इसके बारे में अधिकतर लोगों को कुछ पता ही नहीं है। मुझे खुद भी यह समझ में नहीं आ रहा है। मेरा मानना है कि भारत में बहुत कम लोगों को समझ आ रहा है कि यह मामला है क्या।