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Bengal Assembly Elections: ओवैसी बोले- बंगाल में चुनाव लड़ने पर पार्टी नेताओं से चर्चा के बाद फैसला लेगी एआइएमआइएम

ओवैसी बोले बंगाल इकाई के साथ बैठक व फीडबैक के बाद लिया जाएगा निर्णय। आइएमआइएम प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 के चलते लोग और गरीब हो गये हैं वहीं इन बातों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल कर रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 02:32 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 02:32 PM (IST)
Bengal Assembly Elections: ओवैसी बोले- बंगाल में चुनाव लड़ने पर पार्टी नेताओं से चर्चा के बाद फैसला लेगी एआइएमआइएम
ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल- मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी

कोलकाता, जेएनएन। ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल- मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी बंगाल में चुनाव लड़ने के विषय पर वहां के अपने नेताओं के साथ चर्चा के बाद फैसला लेगी।

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बंगाल में एआइएमआइएम के अगला विधानसभा लड़ने के सवाल पर हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि पार्टी अपनी बंगाल इकाई के साथ बैठक कर रही है। उन्होंने कहा कि हम बातचीत करेंगे और उनसे फीडबैक मिलने के बाद किसी निर्णय पर पहुंचा जाएगा एवं उससे आपको अवगत करा दिया जाएगा। जब उनसे यह प्रश्न किया गया कि क्या एआइएमआइएम सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ गठजोड़ करेगी तो उन्होंने कहा, ‘‘ पहले मुझे पार्टी की बंगाल इकाई से बात तो करने दीजिए।’’ जब ओवैसी से कुछ भाजपा शासित राज्यों द्वारा ‘लव जिहाद’ के विरूद्ध कानून लाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का भयंकर उल्लंघन होगा और उन्हें संविधान को पढ़ने की जरूरत है। उन्होंने सवाल किया कि क्या आप विशेष विवाह अधिनियम रद्द कर देंगे।

एआइएमआइएम प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 के चलते युवकों की नौकरियां चली गई, अर्थव्यवस्था गिरी हुई है, लोग और गरीब हो गये हैं, वहीं इन बातों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल कर रही है जो उसकी ‘ड्रामेबाजी’ है।

बताते चलें कि बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से गदगद एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की निगाहें अब बंगाल पर है। इससे पहले ये खबर भी आई थी कि ओवैसी ने अब मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से हाथ मिलाने का प्रस्ताव दिया है।

सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि ओवैसी ने ममता के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की पेशकश करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने में तृणमूल कांग्रेस की मदद करेगी। दरअसल, बिहार के सीमांचल क्षेत्र में मुस्लिम बहुल 5 सीटें जीतने के बाद एआइएमआइएम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है। ऐसे में ओवैसी ने ऐलान किया था कि वह बंगाल चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतारेंगे।एआइएमआइएम की नजर बंगाल में भी खासकर अल्पसंख्यक आबादी वाले मालदा, मुर्शिदाबाद और उत्तर दिनाजपुर जिले पर है। 


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