दंगाई राजभवन की आड़ में बचना चाहते हैं: तृणमूल
-राज्यपाल पर लगाया क्षमता का दुरुपयोग करने का आरोप -आज राज्यपाल और चुनाव आयुक्त से मिलेगा तृणमू
-राज्यपाल पर लगाया क्षमता का दुरुपयोग करने का आरोप
-आज राज्यपाल और चुनाव आयुक्त से मिलेगा तृणमूल का प्रतिनिधिमंडल
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: जो गड़बड़ी फैला रहे हैं, ¨हसा व दंगा कर रहे हैं दंगा भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। वे ही इस समय राजभवन का सहारा लेकर बचने का प्रयास कर रहे हैं। यह बात बुधवार को तृणमूल कांग्रेस महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा है कि राज्य में विपक्ष जनता से कटे हुए हैं। जनता से कटने के बाद वे हताश हैं राज्य चुनाव आयोग पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं।
चटर्जी ने कहा कि विपक्षी दल जिस तरह से राजभवन में जाकर दरबार लगा रहे हैं और गलत तथ्य पेश कर रहे हैं वह ठीक नहीं है। विपक्ष राज्यपाल की क्षमता का भी राजनीतिक इस्तेमाल करने में लगा है। राज्यपाल को भी तथ्यों की जांच पड़ताल करने के बाद ही सरकार कोई टिप्पणी करनी चाहिए। राजभवन राजनीति दल की शाखा की तरह काम रहा है।
चटर्जी ने कहा कि पिछले तीन दिनों तृणमूल ने 1614 नामांकन दाखिल किए गए हैं। वहीं विपक्षी दलों के 1692 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। तृणमूल कांग्रेस के नामांकन दाखिल करनेवाले कुल उम्मीदवारों की संख्या इससे भी कम है। विपक्षी दल किस मुंह से आरोप लगा रहे हैं कि उनके उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है। राज्यपाल को भी इस आंकड़े पर गौर करना चाहिए। सचमुच विपक्ष के उम्मीदवारों को रोका जाता तो इतनी संख्या में विपक्षी उम्मीदवार नामांकन दाखिल नहीं करते।
चटर्जी ने भाजपा नाम नहीं लेते हुए कहा कि जिस पार्टी के लोग राज्य में दंगा लगा रहे हैं वे भी राजभवन में शरण लेना चाहते हैं। तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल गुरुवार को राज्यपाल से मिल कर इस बारे में शिकायत करेगा। चटर्जी ने कहा कि तृणमूल का प्रतिनिधि मंडल राज्य चुनाव आयुक्त से मिल कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के भड़काऊ बयान देने के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग करेगा।