रुपये दोगुना करने के नाम पर चला रहा था जाली नोटों का कारोबार, गिरफ्तार
नदिया जिले में बीते 20 सालों से जाली नोटों के जरिए सूदखोरी का कारोबार करने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। नदिया जिले में बीते 20 सालों से जाली नोटों के जरिए सूदखोरी का कारोबार करने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसका नाम सत्येंद्र नाथ दे है। उसे शातिपुर थाना इलाके के डाकघर मोड़ के पास स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है। उसकी उम्र लगभग 52 साल है। बुधवार रात उसे गिरफ्तार किया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सत्येंद्र नाथ ग्रामीण क्षेत्र के गरीब लोगों को जाली नोटों के कारोबार के लिए इस्तेमाल करता था। दैनिक तौर पर मजदूरी करके अपने परिवार का खर्च चलाने वाले लोगों को वह मुख्य रूप से अपना शिकार बनाता था। इलाके के लोगों से वह कभी 2000 तो कभी 5000, कभी 7000 तो कभी 10,000 रुपये, यह कह कर लेता था कि वह एक महीने के भीतर जितना रुपया लिया है उसका कम से कम से कम दोगुना जरूर लौटाएगा । कई लोगों से तो उसने तीन गुना राशि लौटाने का वादा किया था।
हालांकि बाद में रुपये लौटाने के नाम पर वह लोगों को जाली नोट दे दिया करता था। पुलिस ने उसके घर से सात लाख नगदी जब्त की है। पुलिस की जानकारी में बताया गया है कि पिछले कई सालों से वह इस गोरखधंधे के कारोबार में लिप्त था। इतना ही नहीं कई लोगों का रुपया वह लौटा नहीं रहा था। आरोप है कि इसके खिलाफ बोलने पर वह उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर चुप करा देता था। इस प्रकार से वह बीते 20 सालों से इस कारोबार को चला रहा ता। मामले में पुलिस को मिली कई शिकायतों के बाद जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की और आरोपित को गिरफ्तार किया गया।
सीमा पार से जुड़ा है जाली नोटों का तार उससे पूछताछ करने पर पता चला है कि सीमा पार से जाली नोट का कारोबार करने वाले तस्करों के साथ उसका संबंध रहा है और इसी तरह से लोगों से रुपये लेकर वह बड़ी मात्रा में जाली नोट ले आता थ, जिसे पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों समेत अन्य राज्यों में भी भेजा जाता रहा है। उससे पूछताछ कर उसके अन्य साथियों व इस गिरोह के बारे में पता लगाने की कोशिश में पुलिस जुटी है।