कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अलीपुरद्वार से भाजपा विधायक सुमन कांजीलाल के सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य संगठन से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय नेतृत्व ने पूछा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? राज्य संगठन को क्या इसका आभास था? अगर था तो इसे टालने के लिए क्या कदम उठाए गए थे?
केंद्रीय नेतृत्व नाराज
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव से पहले जहां भाजपा बंगाल में खुद को मजबूत करने की कोशिशों में जुटी हुई है, वहीं पार्टी के एक विधायक का तृणमूल में चले जाना उसके इस प्रयास के लिए झटका माना जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व इससे नाराज है और इसपर पूरी जानकारी चाहता है ताकि आगे इस तरह के डैमेज को कंट्रोल किया जा सके।
भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी का कहना
हालांकि, बंगाल भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य का कहना है कि इससे पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं, भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कांजीलाल को 'विश्वासघाती' करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांजीलाल को अलीपुरद्वार के लोगों को बताना होगा कि उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद इस तरह से पार्टी क्यों बदल ली?
सुवेंदु ने आगे कहा कि वे जल्द अलीपुरद्वार का दौरा करके वहां के मतदाताओं से मिलेंगे, जिन्हें कांजीलाल ने धोखा दिया है और वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं को भ्रष्ट तृणमूल सरकार के खिलाफ लड़ाई और तेज करने के लिए प्रेरित करेंगे ताकि उसे लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता से हटाया जा सके।
भाजपा के 13 विधायक और छह सांसद तृणमूल के संपर्क में
कुणालतृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया कि भाजपा के 13 विधायक और छह सांसद मेरी पार्टी के संपर्क में हैं। वे लगातार भाजपा की खबरें हम लोगों तक पहुंचा रहे हैं। कुणाल ने कहा कि भाजपा की ओर से बयान देने वाले भी हमारे संपर्क में हैं। हमने उनसे कहा कि भाजपा में भरोसे के साथ रहें। वहां की खबर दें। बता दें कि कुछ दिन पहले भाजपा विधायक और अभिनेता हिरन चटर्जी के तृणमूल में शामिल होने की अटकलें लग रही थीं। तृणमूल नेता अजीत माइती के साथ उनकी तस्वीर भी जारी हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने इससे इन्कार कर दिया था।
अभिनेत्री कंचना मोइत्रा ने भाजपा से तोड़ा नाता
इस बीच अभिनेत्री कंचना मोइत्रा ने भाजपा से नाता तोड़ने का एलान किया है। कंचना ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वह काम और परिवार को समय देना चाहती हैं, इसलिए पार्टी और राजनीति से विदा ले रही हैं। बता दें कि कंचना पिछले विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हुईं थी।
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