अब नर्सिग छात्राओं को काउंसलिंग व स्पोकन इंग्लिश सिखाने की व्यवस्था
जागरण संवाददाता कोलकाता कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भले ही नर्सिग छात्रा की
जागरण संवाददाता, कोलकाता : कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भले ही नर्सिग छात्रा की खुदकशी की रहस्य से पर्दा न उठा हो, लेकिन आगे इस तरह की घटना न हो इसके लिए सभी नर्सिग छात्राओं को नियमित काउंसलिंग के साथ ही स्पीकिंग इंग्लिश कोर्स कराने का निर्णय लिया गया है। अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. विमलबंधु साहा ने कहा कि नर्सिग छात्राओं के काउंसलिंग को मनोवैज्ञानिक के साथ ही इन्हें अंग्रेजी सिखाने को शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। इस पहल की सराहना करते हुए नर्स संगठन की संयुक्त सचिव भास्वती मुखोपाध्याय ने कहा कि काउंसलिंग और स्पोकन इंग्लिश सिखाए जाने की पहल सराहनीय है, लेकिन इसके अलावा भी अन्य व्यवस्थाओं पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि छात्राओं के रहने, खाने व वार्ड काम के दौरान मनोबल बढ़ाने को चिकित्सकों को भी इनके साथ उचित व्यवहार करने की जरूरत है, ताकि सही तरीके से छात्राएं अपने कार्य संपादन में लगे। दरअसल, गत 16 नवंबर को कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज की पहले साल की एक नर्सिग छात्रा ने अपने हॉस्टल में इसलिए फासी लगाकर खुदकशी कर ली थी, क्योंकि उसे अंग्रेजी में दिए जाने वाले लेक्चर समझ में नहीं आते थे। हालांकि मौत के बाद मौके से मिले सुसाइड नोट पर छात्रा के डिप्रेशन में होने की पुष्टि हुई थी। साथ ही उस सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र था कि वह अंग्रेजी में दिए जाने वाले लेक्चर नहीं समझ पाती थी और वह बाग्ला भाषा में अधिक सहज थी। इधर, घटना पर दुख प्रकट करते हुए नेशनल मेडिकल कॉलेज के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. विमलबंधु साहा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए ऐसी घटना के रोकथाम को उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था। वहीं बुधवार को अस्पताल की ओर से नर्सिग छात्राओं को नियमित काउंसलिंग के साथ ही स्पीकिंग इंग्लिश कोर्स कराए जाने संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई।