पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की आतंकी तानिया परवीन के खिलाफ एनआइए ने दायर की चार्जशीट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बदुरिया की तानिया परवीन के खिलाफ गुरुवार को विशेष अदालत में चार्जशीट पेश कर दी। 800 पेज की चार्जशीट में लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने का है उल्लेख।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने वाली बदुरिया की तानिया परवीन के खिलाफ गुरुवार को विशेष अदालत में चार्जशीट पेश कर दी। जांचकर्ताओं के अनुसार तानिया से पूछताछ और उसके मोबाइल फोन तथा अन्य बरामद सामानों से पता चला है कि वह लश्कर के लिए काम कर रही थी।
लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार किया था
कॉलेज की छात्रा तानिया ने लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार किया था। ऑनलाइन उसने जिहाद के लिए कई युवाओं को प्रेरित किया है। यही नहीं उसने लश्कर कैडर की भर्ती में भाग लिया था।
भारतीय दंड संहिता 121 ए, 124 ए, 120 बी तहत आरोपपत्र दाखिल
एनआइए ने तानिया पर भारतीय दंड संहिता के 121 ए, 124 ए, 120 बी (देशद्रोह और षड्यंत्र) सहित आतंकवाद निरोधी कानून यूएपीए की कई धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया है।
एनआइए के वकील ने कहा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम तहत केस
एनआइए के वकील श्यामल घोष ने कहा कि उस पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भी केस किया गया है। तानिया को पिछले मार्च में राज्य पुलिस की विशेष टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया था।
बदुरिया थाना क्षेत्र के मलयपुर गांव की तानिया द्वितीय वर्ष की छात्रा
उन्होंने सेना के जासूसों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर तानिया को गिरफ्तार किया था। उत्तर 24 परगना के बदुरिया थाना क्षेत्र के मलयपुर गांव की रहने वाली तानिया कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा है।
लश्कर के आतंकियों की हरकतों पर नजर रखने पर कुछ तथ्य मिले थे
एनआइए ने तानिया की गिरफ्तारी के दो सप्ताह के भीतर जांच को संभाल लिया था। जांचकर्ताओं के मुताबिक लश्कर के आतंकियों की हरकतों पर नजर रखने के दौरान सेना के जासूसों को कुछ तथ्य मिले थे। बदुरिया की तानिया का नाम एलओसी में पकड़े गए लश्कर के आतंकियों से मिली जानकारी के आधार पर सामने आया था।
800 पेज की चार्जशीट में तानिया के लश्कर संपर्क की विस्तृत जानकारी
जांचकर्ताओं ने 800 पेज की चार्जशीट में तानिया के लश्कर संपर्क के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। ऑनलाइन इस बात की भी व्याख्या है कि कैसे तानिया ने 50 से अधिक वॉटसएप समूहों के जरिए ब्रेनवॉश कर जिहादी बनाकर लश्कर से युवाओं जोड़ रही थी।
एनआइए ने 164 दिनों के भीतर आरोप पत्र प्रस्तुत किया है : वकील
उक्त समय के सभी चैटों और संपर्क जानकारी का उल्लेख चार्जशीट में किया गया है। यह भी उल्लेख किया गया है कि तानिया ने इसी देश में बैठकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी। वकील ने कहा कि एनआइए ने 164 दिनों के भीतर आरोप पत्र प्रस्तुत किया है।