तो बंगाल में गठित हो चुका है नया आतंकी संगठन जेएमआइ!
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बांग्लादेश सीमा से सटे होने के कारण 90 के दशक से आतंकी संगठन
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बांग्लादेश सीमा से सटे होने के कारण 90 के दशक से आतंकी संगठन बंगाल को कारिडोर के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं। समय-समय पर कार्रवाई में आइएस से लेकर अलकायदा और बांग्लादेशी आतंकी संगठनों के आतंकवादियों की गिरफ्तारी होती रही है। अब एक सनसनीखेज मामला सामने आया है कि बोधगया विस्फोट साजिश में पकड़े गए आतंकियों के बारे में पहले इनके तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से होने की बात सामने आई थी, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है तो नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि बांग्लादेश के आतंकी संगठन जेएमबी ने भारत में हमले व गतिविधियां चलाने के लिए नए आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन इंडिया (जेएमआइ) तैयार किया है। दावा किया जा रहा है कि इस संगठन की स्थापना भी जेएमबी कमांडर सलाउद्दीन ने ही किया है। खुफिया विभाग के सूत्रों के अनुसार 23 फरवरी 2014 को बांग्लादेश में पुलिस की गाड़ी से सलाउद्दीन व दो अन्य आतंकी चमका दे कर भाग निकले थे। हालांकि बाद में पुलिस ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था, लेकिन सलाउद्दीन भाग निकला था। अब बताया जा रहा है कि वह करीब 250 किलोमीटर की यात्रा कर सीमा से घुसपैठ के जरिए पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद पहुंच गया और संगठन तैयार करने लगा। इस दौरानस्थानीय युवकों का माइंड वॉश भी करना शुरू कर दिया। करीब 100 से अधिक ऐसे युवकों को लेकर उसने जेएमबी की तरह जेएमआइ बना लिया है। इन युवाओं को कंट्टरवाद से प्रेरित करने के लिए भड़काउ वीडियो, ऑडिओ, आलेख आदि के जरिए आतंक का पाठ पढ़ा रहा है। साथ ही बांग्लादेश समेत अन्य जगहों पर भी आतंकी गतिविधियों को वह यहीं बैठकर अंजाम दे रहा है। पुलिस के स्पेशल टॉस्क फोर्स से लेकर अन्य खुफिया एजेंसियां जेएमबी के चार आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद अब सलाउद्दीन की तलाश में जुटी है। क्योंकि, अब तक बोधगया कांड में जिन जेएमबी आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है वे सभी मुर्शिदाबाद के ही रहने वाले हैं। इससे यह और पुख्ता हो गया है कि जेएमबी के स्थान पर जेएमआइ गठित कर उसे हमले ले लिए तैयार किया जा रहा है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि कुछ दिनों पहले ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 83 बटालियन के कमांडेंट जीबू डी मैथ्यू को 45 लाख रुपये के साथ सीबीआइ ने दबोचा था। बाद में सीमा पर स्थित उसके आवास पर छापामारी कर 96 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। उसने बताया था कि तस्करों और गैरकानूनी तरीके से सीमा पार करने वालों से उसने ये रुपये लिए थे। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि इसी तरह से मोटी रकम के एवज में सलाउद्दीन भी सीमा पार कर मुर्शिदाबाद आया है और यहां के युवाओं को आतंकी बना रहा है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इसकी गहन जांच में जुटी है।