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सरकारी अस्पतालों में लापरवाही, प्रसव के बाद युवती की मौत

सरकारी अस्पतालों में लापरवाही का आलम यह है कि समय पर न तो दवा मिल रही है और न ही डॉक्टर। ऐसे में इसका खामियाजा उस मरीज व उनके परिजनों को भुगतना पड़ता है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 11:50 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 11:50 AM (IST)
सरकारी अस्पतालों में लापरवाही, प्रसव के बाद युवती की मौत
सरकारी अस्पतालों में लापरवाही, प्रसव के बाद युवती की मौत

कोलकाता, जागरण संवाददाता। सरकारी अस्पतालों में लापरवाही का आलम यह है कि समय पर न तो दवा मिल रही है और न ही डॉक्टर। ऐसे में इसका खामियाजा उस मरीज व उनके परिजनों को भुगतना पड़ता है, जो आर्थिक अभाव में सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आते हैं।

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महानगर स्थित बाघा जतिन अस्पताल में बुधवार देर रात चिकित्सकीय लापरवाही की वजह से एक युवती की प्रसव के बाद मौत हो गई। मृतका का नाम ऋतु रॉय (19) था, जो पाटुली थाना इलाके के घोषपाड़ा की रहने वाली थी। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन दिए जाने की वजह से उसकी मौत हो गई। वहीं नेताजी नगर थाना पहुंचे मृतका के परिजनों ने चिकित्सकीय लापरवाही की शिकायत दर्ज कराई।

मिली जानकारी के मुताबिक मृतका ऋतु रॉय ने बुधवार देर रात एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे दो इंजेक्शन लगाए। इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद ही उसकी नाक से खून निकलने लगा और देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया। घटना के दौरान परिजन डॉक्टर की चीख पुकार लगाते रहे, बावजूद वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था।

इधर, परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने की वजह से ही उसकी मौत हुई है। वहीं युवती की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा मचाया, जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप कर आक्रोशित परिजनों को शांत करवाया व शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।


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