सीआइआइ के वेबिनार में बोले नवीन राणा-इनपुट टैक्स क्रेडिट को लेकर धोखाधड़ी पर बेहद सतर्क रवैया अपनाने की जरुरत
आइटीसी की ब्लॉकिंग आंशिक सत्यापन के बाद की जा रही है। कई मामलों में देखा कि इनपुट के आपूर्तिकर्ता का कोई अस्तित्व ही नहीं है। जीएसटी विभाग की ओर से भौतिक सत्यापन में अगर आपूर्तिकर्ता का कोई अस्तित्व नहीं पाया जाता तो आइटीसी को ब्लॉक कर दिया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के दावे को लेकर कुछ व्यावसायिक इकाइयों की तरफ से जिस तरह से धोखाधड़ी की जा रही है, उसे देखते हुए जीएसटी प्रशासन को बेहद सतर्क रवैया अपनाने की जरूरत है।
भारतीय उद्योग महासंघ (सीआइआइ) की ओर से वेबिवार
सीजीएसटी के उपाध्यक्ष (उत्तर) नवीन राणा ने भारतीय उद्योग महासंघ (सीआइआइ) ओर से आयोजित वेबिवार को संबोधित करते हुए यह हिदायत दी। उन्होंने कहा कि आइटीसी की ब्लॉकिंग आंशिक सत्यापन के बाद की जा रही है।
जीएसटी को लेकर हो रही धोखाधड़ी बेहद गंभीर विषय है
जीएसटी को लेकर जिस तरह से धोखाधड़ी हो रही है, वह बेहद गंभीर विषय है। कई मामलों में देखा कि इनपुट के आपूर्तिकर्ता का कोई अस्तित्व ही नहीं है। जीएसटी विभाग की ओर से भौतिक सत्यापन में अगर आपूर्तिकर्ता का कोई अस्तित्व नहीं पाया जाता तो आइटीसी को ब्लॉक कर दिया जाएगा।
जीएसटी प्रणाली के तहत व्यवसाय चलाने के लिए जरूरी
फिर विभाग के पास आइटीसी का दावा करने वाले वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का ही विकल्प रह जाता है। राणा ने आगे कहा कि जीएसटी प्रणाली के तहत व्यवसाय चलाने के लिए आइटीसी आवश्यक है।