बंगाल में नौसेना एनसीसी के कैडेट्स फरक्का से कोलकाता तक 410 किलोमीटर लंबा नौकायन अभियान में लेंगे हिस्सा
विगत वर्षों में एनसीसी द्वारा इस तरह के नौकायन अभियान आयोजित होते रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस के चलते 2020 और 21 में इसका आयोजन नहीं हुआ। दो वर्षों के बाद इस अभियान का आयोजन हो रहा है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय के तत्वावधान में एक और दो बंगाल नौसेना इकाई के कैडेट्स फरक्का से कोलकाता तक गंगा नदी में नौकायन अभियान में हिस्सा लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि यह नौकायन अभियान (वाटर सेलिंग) 22 मई को फरक्का से शुरू होगा और नौ जून को कोलकाता में इसका समापन होगा। 18 दिवसीय इस लंबे नौकायन अभियान में नौसैना एनसीसी से जुड़े कुल 60 युवा कैडेट्स हिस्सा लेंगे जिसमें 35 लड़के एवं 25 लड़कियां हैं। गंगा नदी में नौकायन करते हुए विभिन्न स्थानों से होकर ये कैडेट्स 410 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
इधर, इस अभियान के शुरू होने से पहले बुधवार को कोलकाता स्थित एनसीसी क्लब हाउस में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें एनसीसी के पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) मेजर जनरल उदय शंकर सेनगुप्ता ने अभियान में हिस्सा लेने वाले कैडेटों के साथ बातचीत की और इस साहसिक अभियान को सच्ची भावना से करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवा कैडेटों को सलाह दी कि वे नौकायन अभियान के दौरान सुरक्षा पहलुओं के बारे में सावधानी बरतते हुए इस सीखने के अवसर का पूर्ण उपयोग करें। समारोह में एनसीसी की नौसेना व सेना इकाइयों के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर एक नंबर नौसेना यूनिट एनसीसी कोलकाता के कमांडिंग आफिसर कमांडर मृणमय नंदी ने बताया कि इस अभियान को 22 मई की सुबह एनटीपीसी फरक्का घाट से गणमान्य लोगों की उपस्थिति में एनसीसी के महानिदेशक (डीजी) हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। तीन व्हेलर्स बोट के साथ अभियान में शामिल कैडेटों का दल फरक्का से जंगीपुर, बहरामपुर, कटवा, नवद्वीप, कालना, चुंचुड़ा व दक्षिणेश्वर होते हुए 410 किलोमीटर की दूरी तय कर कोलकाता पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ तीन बचाव नौकाएं भी रहेंगी। नौ जून को कोलकाता में हुगली नदी के किनारे प्रिंसेप घाट पर मैन आफ वार जेट्टी पर समापन समारोह होगा।
कमांडर नंदी ने बताया कि इस अभियान में शामिल दल रास्ते में नमामि गंगे, स्वच्छ भारत, वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे विभिन्न सामाजिक विषयों पर जागरूकता अभियान भी चलाएंगे। उन्होंने बताया कि कैडेटों को इस प्रकार की साहसिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करने एवं इस अद्वितीय एवं चुनौतीपूर्ण अभियान के लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है।
दो साल बाद हो रहा है यह नौकायन अभियान
बता दें कि विगत वर्षों में एनसीसी द्वारा इस तरह के नौकायन अभियान आयोजित होते रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस के चलते 2020 और 21 में इसका आयोजन नहीं हुआ। दो वर्षों के बाद इस अभियान का आयोजन हो रहा है। कमांडर नंदी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उदेश्य एनसीसी कैडेटों में अच्छे चरित्र, एकता और अनुशासन की भावना उत्पन्न करना है, जिससे कि वे एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित हों तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें। इसके अलावा युवा कैडेटों को नाव चलाने, नौकायन एवं नाव खींचने का प्रशिक्षण देना तथा उन्हें नौसैनिक जीवन शैली से परिचित कराना, कठिन परिस्थितियों में कैडेटों के बीच सौहार्द और नेतृत्व की भावना को विकसित करना एवं उनमें साहस और उद्यम की भावना को बढ़ावा देना है।