रमजान में चुनाव होने पर अदालत में जाएंगे मुस्लिम संगठन
संगठनों ने रमजान महीने में पंचायत चुनाव नहीं कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
-नाखोदा मस्जिद के इमाम ने आयोग से की अपील
- चुनाव आयुक्त से मिले दर्जनों मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: मुस्लिम संगठनों ने रमजान महीने में पंचायत चुनाव नहीं कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। नाखोदा मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद शफीक कासमी समेत अलग-अलग मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने बुधवार को राज्य चुनाव आयुक्त अमरेंद्र सिंह से मुलाकात कर पवित्र रमजान माह शुरू होने के पहले ही पंचायत चुनाव संपन्न कराने की मांग की। इमाम ने चुनाव आयुक्त से रमजान माह शुरू होने से पहले ही चुनाव संपन्न कराने की अपील की ताकि रोजा रखनेवाले आम मुसलमानों और चुनाव कर्मियों को कोई परेशानी न हो।
राज्य चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद मौलाना कासमी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से रमजान के पहले ही पंचायत चुनाव संपन्न कराने की अपील की है। राज्य चुनाव आयुक्त ने उनकी बात ध्यान से सुनी और इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि चुनाव आयोग मुसलमानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए रमजान माह शुरू होने से पहले ही चुनाव संपन्न कराएगा।
आल इंडिया माइनरिटी यूथ फेडरेशन के बैनर तले 40 मुसलिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने संगठन के महासचिव करुजमां के नेतृत्व में राज्य चुनाव आयुक्त से मिला और उन्हें रमजान से पहले ही चुनाव संपन्न कराने की मांग पर ज्ञापन सौंपा। कमरुजमां ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने राज्य चुनाव आयुक्त से अनुरोध किया है कि 16 मई को रमजान का महीना शुरू होने से पहले ही पंचायत चुनाव संपन्न करा लिया जाए। कमरुजमां ने कहा कि चुनाव आयुक्त ने कम से कम एक दिन रमजान में चुनाव की तिथि पड़ने की संभावना जताई। लेकिन इसको भी मुस्लिम संगठन नहीं मानेंगे। यदि एक दिन भी भी चुनाव की तिथि रमजान माह में पड़ती है तो मुस्लिम संगठन कोर्ट में जाएंगे। जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई होगी।
जामा मस्जिद दिल्ली एडवाइजरी काउंसिल के संयोजन हाफीज शमसूल आरफीन ने भी राज्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर रमजान माह शुरू होने से पहले ही पंचायत चुनाव संपन्न कराने की अपील की है।