कोलकाता में सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखने को होगा जल कमान का इस्तेमाल
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) सर्दियों के समय वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अभिनव पहल करते हुए जल कमान का इस्तेमाल करेगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) सर्दियों के समय वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अभिनव पहल करते हुए जल कमान का इस्तेमाल करेगा। गौरतलब है कि सर्दियां शुरू होते ही हवा में कार्बन की मात्रा बढ़ जाती है इसलिए विशेषज्ञों की सलाह पर, केएमसी ने जल कमान का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। पर्यावरणविदों के मुताबिक दैनिक ऑक्सीजन की कमी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका अत्याधुनिक 'मिस्ट कैनन' का इस्तेमाल है। जल कमान से निकलने वाला हजारों लीटर पानी हवा में तैरते कार्बन कणों की संख्या को कम करता है, जिससे प्रदूषण का स्तर भी नियंत्रित होता है। मिस्ट कैनन का इस्तेमाल कोलकाता में कोरोना महामारी की शुरुआत के समय सड़कों को सैनिटाइज करने में किया गया था। जल कमान को महानगर की घनी आबादी वाले इलाकों में प्रतिदिन दोपहर बाद इस्तेमाल किया जाएगा। जानकारों के मुताबिक यह प्रदूषण की दर (पीएम 2.5) को कम कर सकता है।
केएमसी के मुख्य प्रशासक व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा-'चक्रवाती तूफान 'एम्फन' में कोलकाता में 18,000 बड़े पेड़ गिर गए थे, जिससे इस बार सर्दियों में प्रदूषण की मात्रा आर बढ़ने की आशंका है इसलिए मिस्ट कैनन का घनी आबादी वाले इलाकों में इस्तेमाल किया जाएगा।'
केएमसी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जल कमान को चरणबद्ध तरीके से 12 इलाकों में उपयोग में लाया जाएगा। यह भी तय किया गया है कि विक्टोरिया के आसपास जहां पेड़ों की कतारें हैं, उनकी पत्तियों को एक स्प्रिंकलर से धोया जाएगा। पर्यावरणविद् सौमेंद्रमोहन घोष ने केएमसी की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि पत्तियों को धोने से बहुत अधिक ऑक्सीजन मिलेगी क्योंकि पेड़ों के पत्ररंध्र पूरी तरह से मुक्त हो जाएंगे।