Mission Bengal : शाह के दौरे से पहले ममता ने खेला दांव, 25 हजार आदिवासी व शरणार्थियों को सौंपा जमीन का पट्टा
Mission Bengal ममता ने बंगाल में आदिवासियों व पिछड़ों को लुभाने के लिए की कई घोषणाएं। राज्य सचिवालय नवान्न में बैठक के दौरान ममता ने कहा कि बंगाल सरकार 1.25 लाख आदिवासी व मतुआ समाज के भूमिहीन लोगों को जमीन का पट्टा देगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले 5 नवंबर से दो दिवसीय दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां आ रहे हैं। इस दौरान वह खासकर आदिवासियों व बांग्लादेशी शरणार्थियों के रूप में यहां रह रहे मतुआ संप्रदाय के लोगों को साधने की कोशिश करेंगे और उनके घर भोजन भी करेंगे। दूसरी और उनके दौरे से एक दिन पहले बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा दांव चलते हुए बंगाल की राजनीति में प्रभाव रखने वाले आदिवासी, पिछड़े, अनुसूचित जातियों एवं मतुआ संप्रदाय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनके लिए कई बड़ी घोषणाएं कर दीं।
राज्य सचिवालय नवान्न में बैठक
इनमें आदिवासी और मतुआ, बाउड़ी व मांझी समुदाय को जमीन का पट्टा देने, मतुआ विकास बोर्ड का गठन, आदिवासी समुदाय के लिए सांस्कृतिक बोर्ड के गठन एवं अनुसूचित जाति- जनजातियों को जन्म प्रमाण पत्र देने के प्रावधान को सरल बनाने जैसी कई घोषणाएं की। राज्य सचिवालय नवान्न में बैठक के दौरान ममता ने कहा कि बंगाल सरकार 1.25 लाख आदिवासी व मतुआ समाज के भूमिहीन लोगों को जमीन का पट्टा देगी।
10 करोड़ का फंड देने की घोषणा
इनमें से 25,000 लोगों को बुधवार को ही पट्टा प्रदान कर दिया गया। आगामी दिनों में बाकी लोगों को भी पट्टा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने मतुआ विकास बोर्ड के लिए 10 करोड़ का फंड देने की भी घोषणा की। साथ ही आदिवासी सांस्कृतिक बोर्ड के लिए 5 करोड़ देने का एलान किया।बता दें कि अगले साल चुनाव से पहले तृणमूल और भाजपा दोनों इस समुदाय के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।