पत्नी से तलाक मामले में फिर मेयर कोर्ट में नहीं हुए हाजिर
पत्नी के साथ चल रहे तलाक के मामले में कोलकाता के मेयर व राज्य के अग्निशमन मंत्री शोभन चटर्जी गुरुवार को अदालत में फिर हाजिर नहीं हुए।
-आपसी समझौता कराने के लिए दोनों को अदालत ने किया था तलब
-मेयर की गैरहाजिरी के बाद फिर 11 मई दोनों को हाजिर होने का निर्देश
जागरण संवाददाता, कोलकाता : पत्नी के साथ चल रहे तलाक के मामले में कोलकाता के मेयर व राज्य के अग्निशमन मंत्री शोभन चटर्जी गुरुवार को अदालत में फिर हाजिर नहीं हुए। अलीपुर अदालत ने मेयर व उनकी पत्नी रत्ना चटर्जी को व्यक्तिगत मतभेद दूर करने के लिए गुरुवार को कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया था। इस दिन शोभन चटर्जी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जानकारी दी कि उनकी तबीयत खराब है और चिकित्सक ने उन्हें तीन सप्ताह तक विश्राम करने की सलाह दी है, जबकि मेयर की पत्नी रत्ना चटर्जी इस दिन अदालत में हाजिर हुई। अदालत ने फिर 11 मई को दोनों को तलब किया है। ज्ञात हो कि 22 वर्ष पहले शोभन चटर्जी ने रत्ना चटर्जी के साथ प्रेम विवाह किया था। इनका एक बेटा व एक बेटी भी है लेकिन अब मेयर पत्नी के साथ तलाक चाहते हैं। तलाक के लिए उन्होंने अदालत में मामला भी दाखिल किया था। अदालत दोनों के बीच तलाक नहीं बल्कि आपसी मतभेद को मिटाना चाहती है। रत्ना चटर्जी भी चाहती हैं कि दोनों के बीच की लड़ाई खत्म हो। आपसी मतभेद को दूर करने के लिए उन्होंने अदालत में मेयर के साथ कश्मीर जाने की इच्छा भी व्यक्त की थी, लेकिन मेयर तलाक लेने की जिद पर अडिग हैं। दोनों के बीच की लड़ाई ऐसे स्तर तक पहुंच गई है कि मेयर मरने के बाद भी पत्नी के पास व बेहला स्थित घर में जाने को तैयार नहीं हैं। गत 19 मार्च की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने दोनों को आपसी लड़ाई खत्म करने की सलाह दी थी। हालांकि मेयर स्वयं उस दिन अदालत में हाजिर नहीं थे, लेकिन रत्ना चटर्जी उस दिन उपस्थित थी। मेयर के अधिवक्ता ने कहा था कि शोभन चटर्जी किसी हाल में समझौता करने को राजी नहीं हैं। इसके बाद ही अदालत ने फिर गुरुवार दोनों को आपसी समझौता कराने के लिए तलब किया था।