माओवादी शिविर पर सुरक्षा बलों का छापा
पंचायत चुनाव के ऐन वक्त पर पुरुलिया में झारखंड सीमा पर संचालित माओवादी शिविर का खुलासा होने पर हड़कंप मच गया।
कोलकाता, जेएनएन। पंचायत चुनाव के ऐन वक्त पर पुरुलिया में झारखंड सीमा पर संचालित माओवादी शिविर का खुलासा होने पर हड़कंप मच गया। अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर ठिकाने को घेर लिया। मुठभेड़ के दौरान सीपीआई (माओवादी) के पश्चिम बंगाल कमेटी के सचिव समेत तीन शीर्ष नेता और पंद्रह सदस्य भागने में सफल रहे। पुलिस ने मौके से असलहा समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
सूत्रों के अनुसार गत शुक्रवार को मुखबिर ने पुरुलिया-झारखंड सीमा पर पूर्व सिंहभूम जिले के बड़ाम थाना अंतर्गत कंकाधसा ग्राम के पास घने जंगल से लगे दलमा पहाड़ रेंज इलाके में माओवादी शिविर के संचालित होने की सूचना पुलिस को मिली थी। शिविर में सीपीआई (माओवादी) के पश्चिम बंगाल कमेटी के सचिव असीम मंडल उर्फ आकाश, बांग्ला-झारखंड-ओडि़सा सीमा के क्षेत्रीय कमेटी सदस्य सचिन मांडी उर्फ रामप्रसाद मांडी और मदन महतो एवं 15 सदस्य मौजूद होने की पुख्ता जानकारी भी मिली थी।
इसके बाद पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर माओवादी ठिकाने पर छापामारी कर दी। पुलिस और माओवादी में फायरिंग भी हुई। इसके बावजूद शीर्ष माओवादी नेता फरार होने में सफल रहे। पुलिस ने मौके से काफी मात्रा में असलहा, डायरी, बर्तन, दवाएं समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए। साथ ही अस्थाई शिविर को तबाह कर दिया।
पंचायत चुनाव से पहले बंगाल-झारखंड में माओवादी शिविर के संचालन ने पुलिस में भी बैचेनी बड़ा दी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में किसी घटना को अंजाम देने के लिए अस्थाई तौर पर शिविर का संचालन किया जा रहा था। एहतियातन पुरुलिया जिला पुलिस ने बंगाल-झारखंड की सीमा पर बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
उधर, झारखंड पुलिस ने पुरुलिया जिला पुलिस और माओवादी के खात्मे को तैनात अर्द्ध सैनिक बलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक जय विश्र्वास के अनुसार गत विधानसभा चुनाव में सीपीआई (माओवादी) नेता आकाश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। हालांकि पंचायत चुनाव को लेकर अभी तक माओवादी की ओर से चुनाव के बहिष्कार की कोई घोषणा नहीं की गई है।