ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को दी नसीहत तो भाजपा ने कहा- जल्द ही वह भी राहुल गांधी की तरह सड़कों पर दिखेंगी
बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने हाल ही में एक बैठक में पार्टी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा को अपने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की नसीहत देते हुए संगठन के कामकाज में दखल नहीं देने को कहा। इसपर सांसद ने लंबा फेसबुक पोस्ट लिखा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने हाल ही में एक बैठक में पार्टी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को अपने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की नसीहत देते हुए संगठन के कामकाज में दखल नहीं देने को कहा। पिछले दिनों मां काली को लेकर विवादित टिप्पणी के बाद चौतरफा आलोचना की शिकार हुईं महुआ को ममता की इस चेतावनी के बाद भाजपा ने मोइत्रा पर तंज कसा है।
भाजपा ने कहा- वामपंथियों की पसंदीदा
भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी की तरह, महुआ भी बहुत जल्द सड़कों पर होंगी। हालांकि, पूरी तरह से अलग कारणों से। मालवीय ने ट्वीट कर महुआ मोइत्रा को वामपंथियों की पसंदीदा, लेकिन खुद की पार्टी (टीएमसी) में अवांछित बताते हुए कहा है कि ममता बनर्जी ने उन्हें (महुआ मोइत्रा) सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की मुहिम छेड़ रखी है। मालवीय ने इस संबंध में पिछले साल दिसंबर में हुई इसी तरह की एक घटना का भी जिक्र किया है।
दरअसल, ममता ने इससे पहले दिसंबर से भी महुआ को एक बैठक के दौरान सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी। वहीं, महुआ पर कसे अपने तंज में भाजपा नेता मालवीय ने देवी काली को लेकर उनके बयान का मुद्दा भी उठाया है, जिसका तृणमूल कांग्रेस ने समर्थन नहीं किया था और इसे कृष्णानगर की सांसद का निजी मत बताकर विवाद से पल्ला झाड़ लिया था। मालवीय ने अपने एक ट्वीट में लिखा, वामपंथियों की पसंदीदा महुआ मोइत्रा, जिन्होंने मां काली को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, अपनी ही पार्टी में एक अवांछित व्यक्तित्व हैं। ममता बनर्जी उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो वह (महुआ मोइत्रा) भी राहुल गांधी की तरह, एक दिन सड़कों पर होंगी। हालांकि, यह पूरी तरह से अलग कारणों से होगा।
अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं महुआ
बता दें कि तृणमूल की फायरब्रांड नेत्री महुआ मोइत्रा, भाजपा के खिलाफ मुखर रहती हैं और अपने ट्वीट्स व बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहती हैं। उन्होंने बीते दिनों अमित मालवीय को भी निशाने पर लिया था। इधर, हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की एक बैठक के दौरान ममता ने महुआ से कहा था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से परे, पार्टी के संगठनात्मक मामलों में हस्तक्षेप न करें। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल है। ममता इसमें महुआ से कह रही हैं, किसे कौन सा पद मिलता है और किसे नहीं मिलता, यह महत्वपूर्ण नहीं है। यह पार्टी को सोचना है। करीमपुर आपका क्षेत्र नहीं है, यह अबू ताहिर का क्षेत्र है और वह देखेगा। आप केवल अपने लोकसभा क्षेत्र पर ध्यान दें।
ममता की नसीहत के बाद महुआ ने लिखा फेसबुक पोस्ट
इधर, ममता की नसीहत के बाद महुआ जो ट्विटर पर बहुत सक्रिय हैं, ने फेसबुक का सहारा लिया और बंगाली में एक लंबा पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि 2019 में कृष्णानगर की सांसद बनने के बाद भी, उन्होंने अपनी पिछली विधानसभा सीट करीमपुर के लिए काम करना जारी रखा, जिसका उन्होंने 2016 से 2019 तक विधायक के रूप में प्रतिनिधित्व किया था। महुआ ने लिखा, ‘करीमपुर की पूर्व विधायक और मतदाता होने के नाते, इस निर्वाचन क्षेत्र से मेरा संबंध वही रहेगा। लेकिन मेरे नेता ने मुझे अपने लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर ध्यान और समय देने के लिए कहा है। इसलिए, मैं किसी भी विकास कार्य के लिए आप सभी से उस क्षेत्र के सांसद अबू ताहिर खान से संपर्क करने का अनुरोध करती हूं।
मां काली पर टिप्पणी को लेकर विवादों में आई थीं
बता दें कि महुआ पिछले दिनों मां काली पर टिप्पणी को लेकर काफी विवादों में आई थीं। एक न्यूज चैनल के काआन्क्लेव में खुद को देवी काली का भक्त बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह उन्हें एक मांस प्रेमी और शराब पीने वाली देवी मानती हैं। दरअसल, महुआ मोइत्रा यह टिप्पणी काली फिल्म के पोस्टर को लेकर उठे विवाद पर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में की थी। काली फिल्म के पोस्टर में देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। इस बयान की काफी आलोचनाओं के बाद तृणमूल ने भी मोइत्रा के बयान पर विवाद बढ़ता देख खुद को उनकी टिप्पणी से अलग कर लिया था और उनके बयान को निजी बताया था।