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बंगाल को टुकड़ों में बंटने नहीं दूंगी : ममता

मुख्यमंत्री ने कहा-'मैं पहाड़ को भी अन्य जिलों जितना ही प्यार करती हूं लेकिन लोगों को याद रखना चाहिए कि पहाड़ भी बंगाल का ही हिस्सा है और भविष्य में भी रहेगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 02 Aug 2017 02:24 PM (IST)Updated: Wed, 02 Aug 2017 02:24 PM (IST)
बंगाल को टुकड़ों में बंटने नहीं दूंगी : ममता
बंगाल को टुकड़ों में बंटने नहीं दूंगी : ममता

कोलकाता, [जागरण संवाददाता] । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी राजनीतिक दलों से पहाड़ में शांति बहाली की दिशा में प्रयास करने की अपील करते हुए कहा कि वह बंगाल के बंटवारे का कभी समर्थन नहीं करेंगी। मंगलवार दोपहर उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा-'मैं अपनी जान देने को तैयार हूं लेकिन बंगाल को टुकड़ों में बंटने नहीं दूंगी। प्रत्येक जिला हमारी संपत्ति है। प्रत्येक धर्म व जाति के लोग यहां रहेंगे। यह भारत है। इसे बंटने नहीं देना हमारा कर्तव्य है।'

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मुख्यमंत्री ने कहा-'मैं पहाड़ को भी अन्य जिलों जितना ही प्यार करती हूं लेकिन लोगों को याद रखना चाहिए कि पहाड़ भी बंगाल का ही हिस्सा है और भविष्य में भी रहेगा। मैं दार्जिलिंग के विकास के लिए कुछ भी करूंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने दूंगी, जिससे दंगा या किसी तरह की गड़बड़ी फैले। मैं चाहती हूं कि पहाड़ में जनजीवन फिर से सामान्य हो। चाय बगानों में कामकाज शुरू हो। दार्जिलिंग चाय एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है। इसे बरबाद न करें।'

उन्होंने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) पर निशाना साधते हुए कहा-'राजनीतिक आंदोलन लोगों के कल्याण के लिए होना चाहिए जबकि पहाड़ में आंदोलन सिर्फ राजनीति के लिए किया जा रहा है। आज चाय बगान श्रमिकों को खाना नहीं जुट रहा। छात्र स्कूल-कालेज नहीं जा पा रहे। पर्यटन पर असर पड़ रहा है। इसमें आम लोगों की कोई गलती नहीं है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। पहाड़ की जनता परेशान है और गोजमुमो सिर्फ राजनीति के लिए आंदोलन कर रही है।'

ममता ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा-'पहाड़ के लोग गड़बड़ी नहीं फैला रहे बल्कि राजनीतिक दल के नेता बाहर से गुंडे लाकर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ रहे हैं।'

बैंकों के बचत दर कम करने से चिटफंडों को मिलेगा बढ़ावा 

मुख्यमंत्री ने आशंका जताई है कि बैंकों द्वारा बचत दरों में लगातार की जा रही कटौती से चिटफंडों को फिर से बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा-'बैंक अगर इसी तरह से ब्याज दरों में कटौती करते रहेंगे तो आम लोग अपनी मेहनत की कमाई कहां रखेंगे? क्या इससे वे चिटफंडों में अपनी रकम जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होंगे? मौजूदा स्थिति का फायदा उठाकर चिटफंड फिर से पनप सकते हैं।'

ममता के इस बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि ममता की पार्टी के नेताओं ने ही चिटफंडों को बढ़ावा दिया और अब वे ही इस तरह के बेतुके बयान दे रही हैं। ममता ने मार्च, 2018 तक एलपीजी से सब्सिडी हटाने के निर्णय की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा-'मौजूदा केंद्र सरकार को आम लोगों की कोई परवाह नहीं है। उसे सिर्फ रुपये की चिंता है। आम लोगों पर अगर एक के बाद एक आर्थिक हमले होते रहेंगे तो वे कैसे बचेंगे?'

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