मिशनरीज ऑफ चैरिटी को बदनाम कर रही भाजपाः ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा-'मदर टेरेसा ने स्वयं मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी, लेकिन अब उन्हें भी नहीं बख्शा जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी के अंतर्गत झारखंड में संचालित विभिन्न केंद्रों से कथित तौर पर नवजात शिशुओं को बेचे जाने के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। गुरुवार को इस मुद्दे पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मिशनरीज का बचाव करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा और उस पर मिशनरीज को बदनाम करने का आरोप लगाया।
ममता ने ट्वीट कर कहा-'मदर टेरेसा ने स्वयं मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी, लेकिन अब उन्हें भी नहीं बख्शा जा रहा है। द्वेषपूर्ण तरीके से उनका नाम बदनाम करने की साजिश रची गई है। सिस्टरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा किसी को नहीं छोड़ना चाहती, जो बेहद निंदनीय है।' ममता ने आगे कहा-'मिशनरीज को परेशान नहीं किया जाए और गरीबों के हक में उन्हें काम करने दिया जाए।'
उल्लेखनीय है कि झारखंड में मिशनरीज द्वारा संचालित एक केंद्र पर हाल में चार बच्चों को बेचे जाने का आरोप लगा है, जिसके बाद बच्चे बेचे जाने के गोरखधंधे की आंच झारखंड में संचालित 40 अन्य सेंटरों तक पहुंच गई और यह मामला काफी गरमाया हुआ है। इस मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बाल संरक्षण आयोग को मिशनरीज के सभी केंद्रों की जांच करने का भी निर्देश दिया है। वहीं, नवजातों की बिक्री के आरोप में पुलिस मिशनरीज द्वारा संचालित होम की दो महिला कर्मचारी अनिमा इंद्रवार और सिस्टर कोंसीलिया को गिरफ्तार कर चुकी है। वहां की सीआइडी ने पूछताछ के बाद मिशनरीज द्वारा कथित तौर पर बेचे गए तीन बच्चे को भी बरामद किया है।
दूसरी तरफ रांची के आर्कबिशप इस आरोप को पहले ही कैथोलिक चर्च को बदनाम करने की साजिश बता चुके हैं।
कोलकाता स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी मुख्यालय की ओर से भी पिछले हफ्ते एक बयान जारी कर कहा गया था कि हम इस तरह की खबरों से स्तब्ध हैं। मिशनरीज की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने कहा था कि यह काम उनकी संस्थापक व नन द्वारा समर्थित नैतिक मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है। हालांकि उन्होंने अपने कर्मचारियों पर लगे आरोपों की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।