Bengal Politics: लोकसभा विशेषाधिकार समिति ने तृणमूल सांसद शिशिर अधिकारी को भेजा नोटिस
शिशिर अधिकारी बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के पिता हैं। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य और उनकी पार्टी के बीच दूरियां तब से बढ़ने लगीं जब उनके बेटे सुवेंदु अधिकारी 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी से तीन बार के तृणमूल सांसद शिशिर अधिकारी को नोटिस भेजकर सदन में उपस्थित होकर इस मुद्दे पर मौखिक स्पष्टीकरण देने को कहा है। समिति ने उन्हें 12 अक्टूबर को उपस्थित रहकर अपना तर्क पेश करने को कहा है। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा उनकी सदस्यता खारिज किए जाने की अर्जी पर यह नोटिस जारी किया गया है।
शिशिर अधिकारी बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के पिता हैं। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य और उनकी पार्टी के बीच दूरियां तब से बढ़ने लगीं जब उनके बेटे सुवेंदु अधिकारी 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए।
लोकसभा के रिकार्ड के अनुसार, आधिकारिक तौर पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद बने रहने के बावजूद शिशिर अधिकारी को तब से किसी भी पार्टी समारोह या गतिविधियों में कभी नहीं देखा गया।इस साल जून में, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से सदन के सदस्य के रूप में शिशिर अधिकारी को अयोग्य घोषित करने का अनुरोध किया था।
हाल ही में इस मामले को अध्यक्ष के कार्यालय से लोकसभा की विशेषाधिकार समिति में स्थानांतरित कर दिया गया था। इससे पहले लोकसभा सचिवालय की ओर से भी शिशिर अधिकारी को तलब किया जा चुका है। निचले सदन के सदस्य के रूप में शिशिर अधिकारी की अयोग्यता की मांग करते हुए सुदीप बंद्योपाध्याय ने दो तर्क दिए। पहला, 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक रैली में उनकी उपस्थिति से संबंधित था।
दूसरा, उपराष्ट्रपति के लिए हाल ही में संपन्न चुनावों से दूर रहने के तृणमूल कांग्रेस के फैसले को खारिज करने और उस अवसर पर अपना वोट डालने के लिए शिशिर अधिकारी के कदम के बारे में था।
इधर, इस नोटिस पर बंगाल भाजपा अध्यक्ष और पार्टी सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि लोकसभा अपने नियमों पर चलती है। मुझे यकीन है कि एक अनुभवी राजनेता के रूप में शिशिर अधिकारी लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होंगे और अपना रुख स्पष्ट करेंगे। लेकिन, वह अभी तक आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं।