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अंगदान को लेकर लोगों में बढ़ी जागरूकता, अंग प्रत्यारोपण से पांच माह में बची 14 लोगों की जान

donet body part अंगदान को लेकर लोगों में जागरूकता देखी जा रही है। यही वजह है कि पिछले पांच माह में हुए अंगदान से 14 लोगों को नया जीवन मिला है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 10:00 AM (IST)
अंगदान को लेकर लोगों में बढ़ी जागरूकता, अंग प्रत्यारोपण से पांच माह में बची 14 लोगों की जान
अंगदान को लेकर लोगों में बढ़ी जागरूकता, अंग प्रत्यारोपण से पांच माह में बची 14 लोगों की जान

कोलकाता, जेएनएन। अंगदान को लेकर लोगों में जागरूकता देखी जा रही है। राज्य सरकार व अस्पतालों की ओर से भी लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने व ढांचागत सुविधाएं सुनिश्चित कराने से लोगों का रूझान बढ़ा है। यही वजह है कि पिछले पांच माह में हुए अंगदान से 14 लोगों को नया जीवन मिला है।

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स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को बताया गया कि क्षेत्रीय स्तर पर अंगदान और प्रत्यारोपण संगठन की देखरेख में यह सारे काम किए जा रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे निरंतर जागरूकता अभियानों की वजह से अंगदान को लेकर उत्साह देखा गया है। अभियान सरकार व निजी संस्थानों द्वारा चलाए जाते हैं।

विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य में जुलाई 2018 से अब तक 14 अंग प्रत्यारोपण सफल हुए हैं। यह अंग प्रत्यारोपण सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में हुए हैं। बताया गया है कि विभिन्न अस्पतालों में ब्रेन डेड घोषित किए गए मरीजों के परिजनों द्वारा अंगदान की इच्छा व्यक्त किए जाने के बाद पुलिस की मदद से एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाए और बेरोकटोक एंबुलेंस के जरिए अंगों को सुरक्षित एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल पहुंचाया गया जहां जरूरतमंदों के शरीर में इसे प्रतिस्थापित किया गया है।

विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि भविष्य में राज्य में प्रत्यारोपण की संख्या बढ़ जाएगी। जागरूकता अभियान तेज किया गया है और एक ठोस रोडमैप बनाया जा रहा है। विभाग इस अभियान को और प्रभावी तरीके से चलाने के लिए गैर-सरकारी संगठनों के साथ भी समझौता करेगा।

उल्लेखनीय है कि अंग प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा विभाग ने अंग प्रत्यारोपण से संबंधित पाठ्यक्रम इस शिक्षा सत्र से आठवीं क्लास के बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें उन सभी लोगों के बारे में पढ़ाया जाएगा, जिन्होंने अंग दान किया है और उसके जरिए कई लोगों को नई जिंदगी मिली है।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य प्रशासन को यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि अंग प्रत्यारोपण को सफल करने के लिए जब भी जरूरत पड़े, ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाए। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में सफलतापूर्वक अंग प्रत्यारोपण के लिए खर्च की परवाह किए बगैर मरीजों का इलाज और अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है। 


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