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बंगाल में विधानसभा चुनाव कराने के लिए ईवीएम की कमी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से मंगवाए गए

बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कमी को देखते हुए छत्तीसगढ़ और राजस्थान से कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम बंगाल लाए जाएंगे। मंगवाए जा रहे ईवीएम को चुनाव तक स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। राज्‍य में 789073 बूथ हैं। प्रत्‍येक बूथ पर 1000 मतदाता वोट डालेंगे।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 12:43 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 12:43 PM (IST)
बंगाल में विधानसभा चुनाव कराने के लिए ईवीएम की कमी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से मंगवाए गए
बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कमी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कमी हो गई है। इसे पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ और राजस्थान से ईवीएम मंगवाए जा रहे हैं। बंगाल में वर्तमान में 78,9073 बूथ हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार प्रत्येक बूथ पर मतदाताओं की संख्या 1,000 निर्धारित की गई है। इससे बूथों की संख्या बढ़ानी पड़ जाएगी, जो 1,10,000 के करीब हो जाएगी। बूथों की संख्या बढ़ाने पर ईवीएम की संख्या भी बढ़ानी पड़ेगी। इस हिसाब से राज्य चुनाव आयोग के पास वर्तमान में जितने ईवीएम हैं, बूथों के हिसाब से वे पर्याप्त नहीं हैं।

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  राज्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब की ओर से केंद्रीय चुनाव आयोग को ईवीएम की कमी की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ से कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम बंगाल लाए जाएंगे ताकि कोई भी राजनीतिक दल इसे लेकर किसी तरह का सवाल न उठा सके। ईवीएम के साथ ही वीवीपैट भी मंगवाए जा रहे हैं। मतदान के दिन कुछ ईवीएम के खराब होने के मामले आम हैं इसलिए राज्य चुनाव आयोग 20 फीसद अधिक ईवीएम अपने पास रखना चाहता है। मंगवाए जा रहे ईवीएम को चुनाव तक स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। 

राज्य चुनाव आयोग के पास मौजूद ईवीएम को विभिन्न जिलों में भेजने का काम शुरु

 इस बीच राज्य चुनाव आयोग के पास जो ईवीएम मौजूद हैं, उन्हें विभिन्न जिलों में भेजने का काम शुरु कर दिया गया है। उनकी फर्स्ट लेवल चेकिंग जोर-शोर से चल रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले ईवीएम की भी अगले दो महीने के अंदर फर्स्ट लेवल चेकिंग हो जाएगी।

 गौरतलब है कि बंगाल विस चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य चुनाव अधिकारी ने पिछले दिनों जिलाधिकारियों (डीएम) के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। बैठक में कोलकाता के दो डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर भी मौजूद थे। राज्य चुनाव आयोग की तरफ से बुलाई गई पहली बैठक में सभी डीएम से उनके यहां कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली गई थी और उसके अनुसार चुनाव की तैयारियों में जुट जाने के लिए जरूरी दिशानिर्देश दिए गए थे। सभी जिलों के वर्तमान राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की गई थी। संवेदनशील इलाकों में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान के हालात पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया था। राज्य चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में संशोधन का काम भी शुरु कर दिया है। पूरे दिसंबर संशोधन का काम चलेगा। इस बाबत राज्य के 78,107 बूथों में हफ्ते में दो दिन चुनाव आयोग की तरफ से विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं। 

बंगाल में कुल 7,18,49,308 मतदाता

वर्तमान में बंगाल में मतदाताओं की कुल संख्या सात करोड़ 18 लाख 49 हजार 308 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या तीन करोड़ 67 लाख दो हजार 590 और महिला मतदाताओं की संख्या तीन करोड़ 51 लाख 45 हजार 288 है। तृतीय लिंग श्रेणी के 1,430 मतदाता हैं। सर्विस मतदाताओं की संख्या एक लाख 12 हजार 428 है। अब तक मतदाता सूची से एक लाख 30 हजार 879 मृत व संदिग्ध मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं जबकि 39,179 मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं।


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