Move to Jagran APP

दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच उत्सव के लिए कोलकाता तैयार, देश-विदेश के 21 नाटकों का मंचन

कोलकाता दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच उत्सव की अगवानी को पूरी तरह तैयार है। इस आयोजन में दुनियाभर के 25,000 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 27 Feb 2018 01:26 PM (IST)Updated: Tue, 27 Feb 2018 02:50 PM (IST)
दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच उत्सव के लिए कोलकाता तैयार, देश-विदेश के 21 नाटकों का मंचन
दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच उत्सव के लिए कोलकाता तैयार, देश-विदेश के 21 नाटकों का मंचन

कोलकाता, जागरण संवाददाता। देश की सांस्कृतिक राजधानी कोलकाता दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच उत्सव की अगवानी को पूरी तरह तैयार है। भारत में पहली बार आयोजित हो रहे '8वें थियेटर ओलम्पिक्स' का कोलकाता चरण मंगलवार से महानगर में शुरू होगा।

loksabha election banner

इस दिन जीडी बिरला सभागार में आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह में सूचना एवं संस्कृति राज्य मंत्री इंद्रनील सेन मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री व बंगाल के जाने-माने रंगमंच कलाकार ब्रात्य बसु, सांसद व रंगमंच कलाकार अर्पिता घोष, रंगमंच निर्देशक रूद्र प्रसाद सेनगुप्ता एवं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के निदेशक प्रो. वामन केंद्रे समेत अन्य विशिष्ट जन मौजूद रहेंगे। कोलकाता में कुल 21 नाटकों का मंचन होगा, जो 13 मार्च तक चलेगा। इनमें क्षेत्रीय व विदेशी भाषाओं के नाटकों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों के कुछ खास नाटक भी शामिल हैं। इसके साथ ही रंगमंच पर आधारित राष्ट्रीय सेमिनार भी आयोजित होगा।

नाटकों का मंचन जीडी बिरला सभागार के अलावा पूर्वाश्री और रंगमंच में होगा। 8वां थियेटर ओलम्पिक्स गत 17 फरवरी से शुरू हुआ है और 17 शहरों में इसका आयोजन होगा। इसके तहत 450 शो, 600 एम्बिएंस परफॉर्मेंस और 250 यूथ फोरम शो होंगे। इस पूरे आयोजन में दुनियाभर के 25,000 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। एनएसडी द्वारा भारत में पहली बार इस फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। प्रो. वामन केंद्रे ने कहा-'पिछले तीन वर्षों से हम थियेटर ओलम्पिक्स को भारत लाने का सपना देख रहे थे।

इस साल हमारा सपना पूरा हो गया। हम हमेशा से शेक्सपीयर और बर्टोल्ट ब्रेच के नाटकों को भारतीय थियेटर का हिस्सा बनते देखते आ रहे हैं, लेकिन भारत में बेहतरीन नाटकों का लेखन होने के बावजूद इस तरह का प्रभाव हम अब तक नहीं छोड़ सके हैं। भारतीय थियेटर को दुनिया के मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में यह एक बड़ी कमी है। हमें अपनी थियेटर संबंधी परंपरा पर गर्व होना चाहिए, जो 2500 साल पुरानी है। थियेटर ओलम्पिक्स का समापन 8 अप्रैल को मुंबई में होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.