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सेफ ड्राइव की वजह से सबसे सुरक्षित महानगर बना कोलकाता

कोलकाता समेत राज्यभर में सुरक्षित यातायात के लिए वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सेफ ड्राइव, सेव लाइफ योजना शुरू की गई।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 12:53 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 12:53 PM (IST)
सेफ ड्राइव की वजह से सबसे सुरक्षित महानगर बना कोलकाता
सेफ ड्राइव की वजह से सबसे सुरक्षित महानगर बना कोलकाता

जागरण संवाददाता, कोलकाता। कोलकाता समेत राज्यभर में सुरक्षित यातायात के लिए वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा "सेफ ड्राइव, सेव लाइफ" योजना शुरू की गई। इसे सफल बताते हुए राज्य प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि इसकी वजह से कोलकाता वर्तमान में देशभर का सबसे सुरक्षित महानगर बनकर उभरा है।

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ट्रैफिक विभाग की ओर से शनिवार को दावा किया गया है कि नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों के मामले में कोलकाता सबसे सुरक्षित मेट्रो शहर है। कोलकाता पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सेफ ड्राइव सेव लाइफ (एसडीएसएल) अभियान मुख्य रूप से इस सफलता के लिए जिम्मेदार है। यह अभियान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिमाग की उपज है। इसकी पुष्टि के लिए राज्य सरकार के ट्रैफिक विभाग की ओर से जो आंकड़े जारी किए गए हैं।

बताया गया है कि 2017 में, कोलकाता में 318 सड़क दुर्घटनाएं (यानी जहां जान माल की हानि हुई) हुई, जिसमें 329 लोगों की मौत हुई। ये आंकड़े इस अवधि के दौरान पूरे देश के प्रमुख शहरों में हुई सड़क दुर्घटनाओं की तुलना में काफी कम है। उस समय दिल्ली के लिए सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या क्रमशः 1,565 और 1,584 थीं। मुंबई में क्रमशः 467 सड़क दुर्घटनाएं हुई और 490 लोगों की मौत हुई थीं। चेन्नई मैं वर्ष 2017 के दौरान 1,312 जानलेवा सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 1,347 लोगों की जान गई थी। इसी तरह से चौथे महानगर यानी बेंगलुरु में इस अवधि के दौरान जानलेवा सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 609 थीं‌ जिसमें 642 लोगों की जान गई। यहां तक ​​कि पुणे जैसे एक छोटे से मेट्रो शहर में, 2017 में 360 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 373 लोगों की मौत हुई। इन आंकड़ों से अगर कोलकाता की तुलना की जाए तो देखा जा सकता है कि सेफ ड्राइव सेव लाइफ परियोजना के शुरू होने के साल भर के अंदर सड़क दुर्घटनाओं में कोलकाता में भारी कमी आई है और देशभर के सभी प्रमुख शहरों की तुलना में सुरक्षित यातायात के रूप में उभर कर सामने आया है कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में बताया कि अभी 2018 के आंकड़े नहीं आए हैं।

हमें उम्मीद है कि इस साल सड़क दुर्घटनाओं में और अधिक कमी आई हैं। इसके आंकड़े जून 2019 तक जारी किए जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कोलकाता समेत पूरे राज्य में सुरक्षित सड़क यातायात के लिए 2016 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सेफ ड्राइव सेव लाइफ योजना की शुरुआत की थी।

इसकी सफलता के लिए मुख्यमंत्री ने इसका थीम सॉन्ग भी लिखा था और राज्य सरकार ने इसे सफल करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया था। कोलकाता और राज्य पुलिस की ओर से राज्य भर में वाहन चालकों को समय-समय पर प्रशिक्षण और जागरूकता परिचर्चा कार्यक्रम में शामिल किया गया जिसमें सड़क पर सुरक्षित यातायात के लिए उन्हें समझाया गया है। निश्चित तौर पर इसका लाभ मिलता दिख रहा है।  


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