एयरपोर्ट पर बढ़ेंगी बोर्डिंग गेट की संख्या
- छह से बढ़ा कर 10 करने की है योजना - लिफ्ट चलायमान सीढ़ी और चेक-इन काउंटर समेत अन्य आधारभू
- छह से बढ़ा कर 10 करने की है योजना
- लिफ्ट, चलायमान सीढ़ी और चेक-इन काउंटर समेत अन्य आधारभूत ढ़ांचों में विस्तार की तैयारी
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआइ) हवाई अड्डे पर
यात्रियों के साथ ही देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उड़ान भरने वाली विमानों की संख्या भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने हवाई अड्डे पर निकासी गेट की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। एयरपोर्ट के निदेशक कौशिक भट्टाचार्य ने सोमवार को बताया कि वर्तमान में यहा छह निकासी गेट हैं। पर जिस तरह यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। उसे देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाकर 10 करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा, ना केवल बोर्डिंग गेट की संख्या बढ़ेगी बल्कि कई और मूलभूत ढाचे में भी सुधार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले किसी यात्री को दिल्ली से कोलकाता होते हुए आगरतला जाने के लिए विमान पकड़नी होती थी तो उसे काफी घूम कर एक हिस्सा से दूसरे हिस्से में जाना पड़ता था। यात्री को टर्मिनल से बाहर निकलकर सीढ़ी के जरिए दूसरी मंजिल जाना पड़ता था। वहा से दोबारा टर्मिनल में घुसना पड़ता था या चलायमान सीढ़ी के जरिए अराइवल लाउंज से डिपार्चर लाउंज में जाकर नए सिरे से चेक-इन करना पड़ता था। पर उससे निजात दिलाने के लिए अराइवल लाउंज के पास ही चेक-इन काउंटर तैयार किया जा रहा है। नई लिफ्ट भी बन रही है। उन्होंने आगे बताया कि बस बोर्डिंग गेट के पास वाले स्थान पर तीन लिफ्ट बनाए जाएंगे। ट्राजिट यात्री यहा आकर नए सिरे से चेक-इन कर दूसरे शहर जाने के लिए विमान पकड़ सकेंगे। बस बोर्डिंग गेट के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने का काम भी शुरू हो गया है जिसे नवंबर तक पूरा होने की संभावना है। कौशिक ने बताया कि फिलहाल हवाई अड्डे से प्रतिदिन 27000 यात्री देश के दूसरे हिस्से में यातायात करते हैं। 5000 लोग विदेश जाने के लिए दमदम हवाई अड्डे पर विमान पकड़ने आते हैं। हाल के दिनों में एयरपोर्ट से दो नई विमान सेवाएं कोलकाता-ओडिशा के झारसुगुडा और कोलकाता-गुवाहाटी के लिए विमान सेवा शुरू की गई है। वहीं, थाईलैंड की एक एयरलाइन ने बैंकॉक से कोलकाता के बीच उड़ान सेवा शुरू की है, जिससे यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है।