कोरबो, लोड़बो, जीतबो रे... ममता की महारैली का मिशन 2019, दिग्गज नेताओं का जमावड़ा
आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विपक्षी एकजुटता रैली है। महारैली में विपक्षी एकता की झलक दिखेगी,
जागरण संवाददाता, कोलकाता। इस साल आम चुनाव से पहले विपक्षी एकता बनाने की जुगत में लगी ममता बनर्जी के आह्वान पर आज कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में होने वाले महासम्मेलन में शामिल होने पहुंचे लोगों की भारी भीड़ की वजह से पूरा कोलकाता सुबह से ही अचल हो गया है। कोलकाता के अलावा सीमावर्ती शहर हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हुगली आदि में भी कमोबेश यही स्थिति है। सुबह 6:00 बजे से ही कोलकाता के विभिन्न शिविरों में ठहरे लाखों कार्यकर्ता बैनर पोस्टर लेकर रैली करते हुए ब्रिगेड परेड मैदान की ओर रवाना हुए जिसकी वजह से राजधानी का प्रत्येक क्षेत्र लगभग ठप्प हो गया था।
20 विपक्षी दलों के नेता आज एक ही मंच पर नजर आएंगे। इस रैली में विपक्षी दलों से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, डीएमके चीफ एमके स्टालिन, पूर्व भाजपा नेता अरुण शौरी, शरद यादव, अरविंद केजरीवाल के अलावा भी कई नेता शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस रैली में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे तथा अभिषेक मनु सिंघवी को कोलकाता भेजने का फैसला लिया है। इस रैली में केंद्र में सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार को हराने के बारे में महत्वपूर्ण फैसला लिया जा सकता है।
सुबह 9:00 बजे तक हावड़ा ब्रिज से लेकर स्ट्रैंड रोड, धर्मतल्ला, पार्क स्ट्रीट, शेक्सपियर सरणी, जादवपुर, बालीगंज, सियालदह, टेंगड़ा, कसबा, जोका, न्यूटाउन, राजारहाट, करुणामई, फूल बागान आदि से तृणमूल कार्यकर्ताओं की अनगिनत रैलियां ब्रिगेड परेड मैदान की ओर रवाना हुई जिसकी वजह से पूरा कोलकाता अचल हो गया था। सड़क के दोनों ओर लाखों की संख्या में कार्यकर्ता तृणमूल का झंडा, ममता बनर्जी का बैनर, पोस्टर आदि लेकर नारेबाजी करते हुए ब्रिगेड मैदान की ओर रवाना हो रहे थे।
लोग केंद्र के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे तो ममता के पक्ष में। हर ओर से कार्यकर्ताओं का हुजूम ब्रिगेड की ओर उमड़ पड़ा है। सुबह 9:00 बजे के करीब हावड़ा ब्रिज पर गाड़ियों की आवाजाही करीब करीब रोक देनी पड़ी है। इसके अलावा कोलकाता अन्य क्षेत्रों में भी यही हालत बनी हुई है। ऑटो की आवाजाही तो लगभग पूरी तरह से बंद है। बसें और अन्य यातायात के साधन भी कार्यकर्ताओं के हुजूम के बीच से ठहरे पड़े हैं क्योंकि हर ओर से तृणमूल के कार्यकर्ता ब्रिगेड परेड मैदान की ओर कूच कर रहे हैं।
कुल मिलाकर कहा जाए तो शनिवार को कोलकाता का नजारा कुछ ऐसा था कि जिधर देखो उधर ममता के समर्थन में नारेबाजी और हर ओर से बड़ी संख्या में रैली कर कार्यकर्ता ब्रिगेड परेड मैदान की ओर कूच करते हुए नजर आ रहे थे।
चारों तरफ तृणमूल के झंडे, बैनर और पोस्टर से पूरा राजधानी पटा हुआ है। लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस की ओर से चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती की गई है। हर जगह पिकेट लगाकर पुलिस ने बैरिकेडिंग की है ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना ना घटे। सड़कों पर एक ओर पैदल कार्यकर्ता ब्रिगेड परेड की ओर मार्च कर रहे हैं तो दूसरी ओर से सैकड़ों की संख्या में बाइक पर सवार युवक तृणमूल का झंडा बैनर पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए ब्रिगेड परेड मैदान की ओर रवाना हुए हैं। कई जगहों पर छोटे-छोटे मेटाडोर गाड़ियों और बसों को रिजर्व कर उस पर तृणमूल का झंडा बैनर पोस्टर लगाकर सैकड़ों की संख्या में लोग ब्रिगेड परेड मैदान की ओर चल पड़े हैं।
हावड़ा, सियालदह और अन्य क्षेत्रों से कोलकाता की ओर आने वाली ट्रेनों में भारी संख्या में तृणमूल के कार्यकर्ता हैं जो बर्दवान से लेकर हावड़ा तक प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेन के रुकने के बाद तृणमूल के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं। प्रत्येक लोकल ट्रेन की प्रत्येक खिड़की पर तृणमूल का झंडा बैनर आदि लगाया गया है ताकि रैली के लिए जाने वाले लोग प्रत्येक स्टेशन पर यह समझ सकें कि इसमें तृणमूल के कार्यकर्ता हैं और उसी में सवार हो सकें। हावड़ा और सियालदह स्टेशन पर उतरने के बाद ये कार्यकर्ता रैली की शक्ल में ब्रिगेड परेड मैदान की ओर कूच कर रहे हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो शनिवार वाले दिन की शुरुआत होने के साथ ही पूरा महानगर लाखों तृणमूल कार्यकर्ताओं की भीड़ की वजह से अचल हो गया है।
देश के लिए खतरा हैं मोदी व शाह : केजरीवाल
तृणमूल सुप्रीमों ममता बनर्जी की ओर से आयोजित विपक्ष की महारैली में भाग लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोलकाता पहुंच गए हैं।
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उन्होंने बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश के लिए खतरा हैं। इन लोगों को देश से उखाड़ फेंकने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मैं ममता बनर्जी के इस कदम की सराहना करता हूं और उनकी रैली में भाग लेने के लिए यहां आया हूं।