West Bengal: बंगाल में अब बिरसा मुंडा की मूर्ति प्रतिमा को लेकर सियासत तेज
बांकुड़ा तथा नदिया में महान क्रांतिकारी की मूर्ति पर माल्यार्पण को लेकर तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण को लेकर तृणमूल तथा भाजपा एक दूसरे पर तीर छोड़ रहे हैं तथा महान क्रांतिकारी का अपमान बता रहेे हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक दल एक दूसरे पर निशाना साधने में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। अब राज्य में महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की मूर्ति को लेकर इन दिनों सियासत तेज है। राज्य में दो जगहों हो बांकुड़ा तथा नदिया में बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण को लेकर तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल बांकुड़ा में पिछले दिनों गृहमंत्री अमित शाह ने बिरसा मुंडा की जिस मूर्ति पर माल्यार्पण किया था उसे तृणमूल ने आदिवासी शिकारी का मूर्ति बताया था तथा बिरसा मुंडा का अपमान बताते हुए उसका बाद में गंगा जल से शुद्धीकरण किया था। अब बांकुड़ा के भाजपा सांसद सुभाष सरकार ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को बिरसा मुंडा की जयंती पर मूर्ति का शुद्धीकरण कर उस पर माल्यार्पण किया।
इधर आदिवासी समाज के प्रतिनिधि संतोष मांडी का कहना है कि यह मूर्ति बिरसा मुंडा की ही है तथा तृणमूल का आरोप बेबुनियाद है। वहीं दूसरी ओर नदिया में भी बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण को लेकर तृणमूल तथा भाजपा एक दूसरे पर तीर छोड़ रहे हैं तथा महान क्रांतिकारी का अपमान बता रहेे हैं। जिले के धानतला में तृणमूल कांग्रेेस की ओर से बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद भाजपा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने मूर्ति को अशुद्ध कर दिया है, अब इसका शुद्धीकरण करना होगा।
बताते चलें कि पिछले दिनों बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह ने अपने दौरे के पहले दिन सर्वप्रथम बांकुड़ा जिले में आदिवासियों के गढ़ में भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ अपने कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने वहीं से बंगाल की तृणमूल सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था।