अवैध संबंध के शक में पत्नी की गोली मारकर की हत्या
रो-रोकर बदमाशों द्वारा पत्नी की हत्या किए जाने की दुखद दास्तान सुनाने वाला पति सुखदीप सिंह बुट्टर ही उसका कातिल निकला।
बैरकपुर, संवाद सूत्र : रो-रोकर बदमाशों द्वारा पत्नी की हत्या किए जाने की दुखद दास्तान सुनाने वाला पति सुखदीप सिंह बुट्टर ही उसका कातिल निकला। राजश्री चटर्जी (32) की हत्या करने के बाद वह उसके शव के पास बैठकर रो रहा था। पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के बाद वह इसे बदमाशों द्वारा अंजाम दी गई वारदात का रूप देना चाहता था लेकिन पुलिस की आंखों से वह नहीं बच पाया। पुलिस द्वारा की गई गहन पूछताछ में उसने पत्नी की हत्या के अपराध को कबूल कर लिया।
आरोपित नोआपाड़ा थानातर्गत बैरकपुर के 14 नंबर रेल गेट अंचल के एक फ्लैट में रहता है।
राजश्री को बैरकपुर के बीएन बोस अस्पताल ले जाया गया था, जहा डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुखदीप ने रोते हुए बताया था कि गुरुवार रात वह पत्नी को लेकर बाइक खरीदने जा रहा था। रात के करीब साढ़े नौ बजे रहे थे। वह अपने मोबाइल पर नंबर तलाशते हुए पत्नी से कुछ आगे चल रहा था। तभी उसने फायरिंग की आवाज उसने सुनी। उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसकी पत्नी जमीन पर गिर पड़ी थी। तीन-चार युवक उसकी पत्नी से बैग छीन रहे थे। इसका विरोध करने पर बदमाशों ने उसे गोली मारकर दी और बैग छीनकर भाग गए। बैग में 35 हजार रुपये थे। घटनास्थल पर सड़क किनारे स्थित एक फैक्ट्री के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दो लोगों के बीच गोली चलने के अलावा किसी तीसरे व्यक्ति को देखा ही नहीं गया। बैरकपुर के पुलिस आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतका राजश्री की विवाहिता दीदी देवश्री भट्टाचार्य ने सुखदीप के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर नोआपाड़ा थाने की पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की तो उसने पत्नी की हत्या करने की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि उसकी पत्नी का किसी युवक से अवैध संबंध था। इसी कारण उसने पत्नी को निर्जन स्थान पर ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए रिवाल्वर को जब्त कर लिया है। गौरतलब है कि जिस फ्लैट में उक्त दंपति रह रहा था, वह राजश्री के नाम से है और हत्या के पीछे फ्लैट लेने की साजिश भी हो सकती है।
मूल रूप से पंजाब का रहने वाला सुखदीप सिंह बुट्टर सात-आठ साल से बंगाल में रह रहा था। वह कैब ड्राइवर है। पाच साल पहले राजश्री के साथ उसने प्रेम विवाह किया था। पत्नी पर उसे संदेह था। इस कारण से दंपती में कलह होता था। राजश्री यह सारी बात अपनी दीदी को बताती थी । गृहस्थी चलाने के लिए जीजा उसकी मदद कर रहे थे। यह बात भी सुखदीप को पसंद नही थी। रात साढ़े नौ बजे 35 हजार रुपये लेकर बाइक खरीदने जाने के सुखदीप के बयान पर पुलिस को संदेह हुआ। घोषपाड़ा रोड पर सुनसान जगह पर वह क्यों अपनी पत्नी को पीछे छोड़ कर आगे चल रहा था? गोली चलाने वाले पर उसकी नजर क्यों नही पड़ी? इन तमाम सवालों का वह कोई संतोषजनक उत्तर नही दे पाया।