कश्मीर में हो रहा मानवाधिकार का उल्लंघन: ममता बनर्जी
Mamata Banerjee. ममता बनर्जी ने कहा कि आज विश्व मानवतावादी दिवस है। इन दिनों कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को निष्प्रभावी करने और दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के केंद्र के फैसले की आलोचना की है और कहा है कि जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे सामान्य जनजीवन रफ्तार पकड़ने लगा है।
सोमवार को ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, आज विश्व मानवतावादी दिवस है। इन दिनों कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है। आइए हम कश्मीर में मानवाधिकारों और शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। मानवाधिकार एक ऐसा विषय है जो मेरे दिल के बहुत करीब है। 1995 में कुछ लोगों की हिरासत में मौतों के खिलाफ मैंने 21 दिनों तक सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे सामान्य जनजीवन रफ्तार पकड़ने लगा है। कश्मीर में घटती प्रशासनिक पाबंदियों के साथ ही शनिवार को 12 दिनों से बंद पड़े 23 हजार लैंडलाइन फोन बहाल हो गए। 17 टेलीफोन एक्सचेंज ने भी काम करना शुरू कर दिया। 35 पुलिस थाना क्षेत्रों में ढील दी गई है। आज से कश्मीर में प्राथमिक स्कूलों में अकादमिक गतिविधिया बहाल कर दी गई हैं। इस बीच, प्रशासन ने जम्मू संभाग के पाच जिलों जम्मू, ऊधमपुर, साबा, कठुआ और रियासी में शुक्त्रवार मध्य रात्रि के बाद 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी। राज्य के हालात सामान्य रहने पर 4जी सेवा बहाल की जाएगी।