डेंगू के इलाज में डब्ल्यूएचओ के नियमों का सख्ती से पालन को सरकारी निर्देश
-स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को जारी की एडवाइजरी -पाच दिन से अधिक बुखार तो डें
-स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को जारी की एडवाइजरी
-पाच दिन से अधिक बुखार तो डेंगू और स्क्रब टाइफस टेस्ट कराना हुआ अनिवार्य
जागरण संवाददाता, कोलकाता : जनवरी से अबतक बंगाल में डेंगू ने 25 लोगों की जान ले ली है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को एक एडवाइजरी जारी कर डेंगू के उपचार में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा है। इस संदर्भ में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते जारी की गई एडवाइजरी के मुताबिक राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को कहा गया है कि पाच दिनों तक बुखार से पीड़ित किसी भी व्यक्ति का डेंगू और स्क्रब टाइफस टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में नियमों का उल्लंघन पाया था, जिसके बाद यह परामर्श जारी किया गया। उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि विभिन्न संस्थानों में डेंगू और स्क्रब टाइफस की जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा, जिसके बाद एडवाइजरी जारी किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हम दुनिया भर में प्रचलित मानदंडों के अनुसार कई वषरें से डेंगू को लेकर प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। विभाग सटीक इलाज सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा संस्थानों की निगरानी करेगा कि प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल को नियमों का अनदेखी करते हुए पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि जनवरी से राज्य में तकरीबन 25 लोगों की मौत डेंगू से हुई है जबकि 40,000 से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा राज्य के जिलों से स्क्रब टाइफस के कारण भी दो लोगों की जान गई है।