Move to Jagran APP

World Diabetes Day 2020: अब मधुमेह से मुकाबला करेगा ‘ग्लोबल डायबिटीज कॉम्पैक्ट’

World Diabetes Day 2020 डब्ल्यूएचओ ने विश्व मधुमेह दिवस पर इस बीमारी की रोकथाम और बेहतर उपाचर के लिए प्रभावी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए देशों का समर्थन करने के उद्देश्य से एक व्यापक व समावेशी पहल ‘ग्लोबल डायबिटीज कॉम्पैक्ट’ की घोषणा की है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 11:08 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 11:08 AM (IST)
World Diabetes Day 2020: अब मधुमेह से मुकाबला करेगा ‘ग्लोबल डायबिटीज कॉम्पैक्ट’
मधुमेह से पीड़ित लोगों को कोरोना वायरस से अधिक खतरा है। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। World Diabetes Day 2020: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व मधुमेह दिवस पर इस बीमारी की रोकथाम और बेहतर उपाचर के लिए प्रभावी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए देशों का समर्थन करने के उद्देश्य से एक व्यापक व समावेशी पहल ‘ग्लोबल डायबिटीज कॉम्पैक्ट’ की घोषणा की है। इस पहल के तहत मधुमेह रोग की रोकथाम और बेहतर इलाज के लिए समुचित प्रयास किया जाएगा। मधुमेह की रोकथाम के लिए विशेष रूप से युवाओं में माेटापा कम करने पर ध्यान दिया जाएगा। इस रोग के इलाज के लिए विशेष रूप से निम्न और मध्यम आये वाले देशों में लोगों तक दवाओं और प्रौद्योगिकी की पहुंच को आसान बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। इस वर्ष ‘विश्व मधुमेह दिवस’ कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के दौर में आया है।

loksabha election banner

इस महामारी से विश्व में 10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। मधुमेह से पीड़ित लोगों को कोरोना वायरस से अधिक खतरा है और उन्हें इससे बचने के लिए अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। डब्लूएचओ के अनुसार विश्व की छह फीसद आबादी मधुमेह से पीड़ित है। आज विश्व में मधुमेह के मामले 1980 की तुलना में चार गुणा अधिक हैं। मधुमेह के मामले निम्न व मध्यम आय वाले देशों में तेजी से बढ़ रहे हैं। इन देशों में लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मुश्किल से मिल पाती है। 

चिकित्सकों के अनुसार, कोरोना मरीजों में रक्त में 250 एमजी व डीएल से अधिक शर्करा (शुगर) का स्तर गंभीर माना जाता है। इसकी वजह से किडनी डिसऑर्डर, आंखों के रेटिना पर असर, हार्ट व लिवर पर विपरीत असर, मानसिक संतुलन खोना तथा बेचैनी व चक्कर आने जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। मरीजों की जान तक जा सकती है। कोविड अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना के साथ शुगर को कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि लगता है कोरोना पैंक्रियाज को भी प्रभावित कर रहा है। इससे मरीजों में इंसुलिन सही मात्रा में नहीं बन रहा है। यह लॉकडाउन के दौरान जीवन शैली में बदलाव से भी हो सकता है। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए मधुमेह खतरनाक है। यह शरीर के कई अंगों को प्रभावित करता है। कई ऐसे मरीज सामने आए हैं, जिन्हें पहले कभी शुगर नहीं था। अच्छी बात यह है कि उनमें से अधिकतर का शुगर लेवल सामान्य हो गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.