कलकत्ता हाई कोर्ट का निर्देश मानते हुए गंगासागर जाएं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीर्थयात्रियों को भेजा संदेश
राज्य में कोरोना महामारी का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में 14 जनवरी को गंगा सागर में स्नान को लेकर जुट रही भीड़ राज्य प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। विभिन्न राज्यों से लोग पहले ही तीर्थयात्रियों के लिए बनाए शिविरों में पहुंच चुके हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: राज्य में कोरोना महामारी का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में 14 जनवरी को गंगा सागर में पवित्र स्नान को लेकर जुट रही भारी भीड़ राज्य प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों से लोग पहले ही बाबूघाट के तीर्थयात्रियों के लिए बना गए शिविरों में पहुंच चुके हैं। अब उनका गंतव्य गंगासागर है। ऐसे में उन सभी को कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को जो निर्देश जारी किए हैं उन्हें पालन करना होगा। जिसमें कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन के दोनो डोज और कोविड रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी है। ऐसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को गंगासागर मेला कमेटी को संबोधित करते हुए कहा कि ज्यादा लोगों को गंगासागर न भेजें। हाई कोर्ट की सख्ती है। आपको कोर्ट के निर्देशों का पालन करना होगा।
गंगासागर जाने वालों का आरटी पीसीआर टेस्ट अनिवार्य है। नहीं तो आप नहीं जा सकते। नियम का पालन करें। डबल मास्क पहनें। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बंगाल में मंगलवार को 21,096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। नतीजतन, पूरे राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 16 लाख 95 हजार 430 हो गई है। पाजिटिविटी रेट 32.35 फीसद है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर याद दिलाया कि कोरोना न्यू स्ट्रेन ओमिक्रोन अब सिरदर्द का कारण है। उन्होंने विशेषज्ञों से सहमति जताते हुए कहा कि इस स्ट्रेन की मारक क्षमता बहुत कम है। हालांकि, ट्रांसमिशन क्षमता अधिक है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों की तारीफ करते हुए कहा कि हर घर में हर कोई कोरोना से संक्रमित हो रहा है। प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मी कोरोना से लड़ने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। यह समय हंगामा करने का नहीं है। जिन लोगों में लक्षण हैं, कृपया गंगा सागर में न जाएं। बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से लोग गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। ऐसे में संक्रमित होने का खतरा भी ज्यादा होता है। गंगासागर मेला आसान नहीं है। काफी मुश्किल। मुख्यमंत्री ने सभी के लिए शांति बनाए रखने की अपील भी की।
उल्लेखनीय है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने विभिन्न तनावों के बाद गंगासागर मेले को सशर्त अनुमति दी है। हालांकि, चिकित्सा समुदाय उच्च न्यायालय के फैसले से खुश नहीं है। विशेषज्ञों को आशंका है कि गंगासागर मेले के बाद संक्रमण कई गुना और बढ़ जाएगा।