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Gangasagar Fair 2021: अभूतपूर्व कदम- गंगासागर में प्राकृतिक आपदाएं आने पर कतर के सैटेलाइट से बचाई जाएंगी जानें

Gangasagar Fair 2021 सागर मेले में स्थापित किया गया है अमेचर रेडियो सैटेलाइट कम्युनिकेशन। पृथ्वी से 36000 किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में ऑस्कर-100 को सिग्नल भेजकर दुरुस्त की जाएगी संचार व्यवस्था दी जा सकेगी प्राकृतिक आपदा के बाद वाले हालात की पूरी जानकारी कहीं से भी मांगी जा सकेगी मदद।

By PRITI JHAEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 11:00 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 02:48 PM (IST)
Gangasagar Fair 2021: अभूतपूर्व कदम- गंगासागर में प्राकृतिक आपदाएं आने पर कतर के सैटेलाइट से बचाई जाएंगी जानें
गंगासागर में अमेचर रेडियो सैटेलाइट कम्युनिकेशन का काम कर रही हैम रेडियो की टीम।

गंगासागर, विशाल श्रेष्ठ। Gangasagar Fair 2021: गंगासागर में यहां चल रहे सागर मेले के दौरान भूकंप, चक्रवाती तूफान अथवा सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं आने पर कतर के सैटेलाइट के जरिए संचार व्यवस्था दुरुस्त कर लोगों की जान बचाई जा सकेगी। हैम रेडियो वेस्ट बंगाल रेडियो क्लब ने यहां ऐसी अभूतपूर्व व्यवस्था की है। इसके सचिव अंबरीश नाग विश्वास ने बताया-'पूर्वी भारत में पहली बार गंगासागर में हमने यह व्यवस्था की है, जिसका नाम अमेचर रेडियो सैटेलाइट कम्युनिकेशन है।

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इसकी बदौलत हम गंगासागर में प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में तमाम संचार व्यवस्था के ठप पड़ जाने पर भी पृथ्वी से 36,000 किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में स्थापित कतर के सैटेलाइट ऑस्कर-100 को सिग्नल भेज और रिसीव कर सकेंगे और उसके जरिए संचार व्यवस्था दुरुस्त कर मदद के लिए कहीं भी संदेश भिजवा सकेंगे। प्राकृतिक आपदाएं आने पर सबसे पहले संचार व बिजली व्यवस्था ठप होती है।

मोबाइल- टेलीफोन काम करना बंद कर देते हैं। इंटरनेट भी नहीं चलता। यहां तक कि आम सैटेलाइट फोन भी प्रभावी तरीके से काम नहीं करते क्योंकि हर जगह उनका सिग्नल मजबूत नहीं रहता। बारिश होने अथवा बादल व कोहरा छाए रहने पर उनकी सिग्नल भेजने और रिसीव करने की क्षमता काफी कम हो जाती है लेकिन अमेचर रेडियो सैटेलाइट कम्युनिकेशन के मामले में ऐसी कोई दिक्कत नहीं होगी।

इसके जरिए हम कतर के सैटेलाइट को आसानी से सिग्नल भेज और रिसीव कर सकेंगे और मुसीबत के समय संचार व्यवस्था आसानी से दुरुस्त कर मदद के लिए कहीं भी संदेश भिजवा सकेंगे। कतर के सैटेलाइट की सेवाएं प्राप्त करने के लिए हमें भारत सरकार के संचार मंत्रालय से लाइसेंस प्राप्त है।'

अंबरीश नाग ने आगे कहा-' हम इस सिस्टम के जरिए प्राकृतिक आपदा के बाद के हालात का लाइव वीडियो, तस्वीरें और डेटा कहीं भी भेज सकेंगे और वॉइस कॉल करके भी मदद मांगी जा सकेगी।

ऐसे काम करता है यह सिस्टम

इस सिस्टम के उपादानों में डिश, अपलिंक-डाउनलिंक लिंक कंवर्टर, हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो और लिनियर एंप्लीफायर शामिल हैं। डिश कतर के सैटेलाइट को सिग्नल भेजेगा और वहां से सिग्नल रिसीव करेगा। अपलिंक-डाउनलिंक कंवर्टर हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो से निकलने वाले किलोहर्ट्ज को गीगाहर्ट्ज में बदलकर सैटेलाइट को भेजेगा और सैटेलाइट से निकलने वाले गीगाहर्ट्ज को किलोहर्ट्ज में तब्दील कर हाई फ्रीकवेंसी रेडियो तक पहुंचाएगा। इसी तरह लिनियर एंप्लीफायर सिग्नल की मजबूती को बढ़ाता है। गौरतलब है कि गंगासागर में हैम रेडियो की 45 लोगों की बड़ी टीम काम कर रही है। हैम रेडियो पिछले 38 वर्षों से गंगासागर में संचार सेवाएं प्रदान करता आ रहा है। 


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