जैविक खाद्य पदार्थो के लिए बने कानून : एफएसएसएआइ
जागरण संवाददाता, कोलकाता : भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने जैविक खा
जागरण संवाददाता, कोलकाता : भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने जैविक खाद्य पदार्थो (ऑर्गेनिक फूड्स) के लिए देश में व्यापक कानून बनाने की मांग की है।
शनिवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) की ओर से महानगर में आयोजित परिचर्चा में एफएसएसएआइ के अध्यक्ष आशीष बहुगुणा ने बताया कि वर्तमान में कृषि मंत्रालय और कृषि व प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की ओर से जैविक खाद्य पदार्थो के लिए अलग-अलग दिशानिर्देश हैं लेकिन हमें लगता है कि इस संबंध में एक अलग और व्यापक कानून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एफएसएसएआइ पहले ही जैविक खाद्य पदार्थो पर एक मसौदा तैयार कर चुका है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये खाद्य पदार्थ वास्तव में जैविक हैं।
बोरो चावल की खेती के संबंध में उन्होंने कहा कि पानी में आर्सेनिक की मात्रा काफी अधिक होने की वजह से इसकी खेती में सावधानी बरती जा रही है। बांग्लादेश ने पहले ही बोरो की खेती को कम कर दिया है। भारत भी इसको लेकर काफी गंभीर है।
गौरतलब है कि एफएसएसएआइ खाद्य सामग्री के लिए मानकों का निर्धारण तथा खाद्य पदार्थो के विनिर्माण, भंडारण, वितरण, बिक्री तथा आयात आदि को नियंत्रित करता है ताकि मानव उपयोग के लिए सुरक्षित तथा संपूर्ण आहार की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।