10 लाख के मादक टैबलेट के साथ चार तस्कर गिरफ्तार
कोलकाता पुलिस की टीम ने एक बार फिर मादक तस्करी की बड़ी खेप को नाकाम करते हुए चार तस्करों को दबोच लिया है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। कोलकाता पुलिस की टीम ने एक बार फिर मादक तस्करी की बड़ी खेप को नाकाम करते हुए चार तस्करों को दबोच लिया है। इनके नाम अनिर्वाण दे, श्याम लाल यादव, सचिन मंडल और विष्णु प्रधान है।
इन चारों को दमदम थाना इलाके में स्थित 31/1 कवि मधुसूदन दत्ता रोड में अनिर्वाण दे के घर से गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से मेथाफेटामिन मादक मिश्रित याबा टैबलेट की 5600 गोलियां जब्त की गई हैं जिसकी कीमत 10 लाख रुपये है। बुधवार शाम कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 2 नवंबर को पार्क सर्कस थाना इलाके के शाद होटल से मोहिबुर रहमान नाम के एक मादक तस्कर को गिरफ्तार किया गया था। वह असम के नगांव का रहने वाला था। उसी से पूछताछ के बाद इन चारों के बारे में जानकारी मिली थी। इनमें से श्यामलाल यादव के पास से 2000 टैबलेट, अनिर्वाण दे के पास से 600, सचिन के पास से 1000 और विष्णु प्रधान के पास से 2000 याबा टैबलेट जब्त किए गए हैं।
पूछताछ में पता चला है कि म्यानमार सीमा से तस्करी कर मणिपुर की राजधानी इंफाल में लाए गए याबा टैबलेट को विष्णु प्रधान लेकर आता था। वहां से वह असम के रास्ते सिलीगुड़ी होते हुए इसे कोलकाता पहुंचाता था। यहां श्यामलाल इस मादक पदार्थ को लेकर दक्षिण 24 परगना के स्वरूप नगर और बसीरहाट इलाके में लोगों तक तस्करी करता है।
श्यामलाल यहां के छात्रों और रेव पार्टियों में इस मादक टैबलेट को तस्करी करता था। अनिर्वाण उसका स्थानीय एजेंट था जो कोलकाता के विभिन्न पार्टियों में इन मादक टैबलेट को ऊंची कीमत पर पहुंचाता था। इसके अलावा सचिन मंडल स्वरूप नगर का रहने वाला है जो मादक टैबलेट को लेकर बांग्लादेश पहुंचाता है। इन लोगों से पूछताछ कर इन के अन्य साथियों के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है।