कलकत्ता हाईकोर्ट में चार और न्यायाधीशों ने ली शपथ, मुख्य न्यायाधीश बनें ज्योतिर्मय भट्टाचार्य
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कैबिनेट के कानून मंत्री मलय घटक समेत अन्य सदस्यों के साथ मौजूद थीं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में ज्योतिर्मय भंट्टाचार्य ने शपथ ले ली। वे पहले कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे। इसके अगले दिन बुधवार को हाईकोर्ट के चार और नए न्यायाधीशों ने भी शपथ ली।
उनके नाम विश्वजीत बसु,अमृता सिन्हा, अभिजीत गंगोपाध्याय और जया सेनगुप्ता है। इन की नियुक्ति की सूचना पिछले शुक्रवार को ही केंद्र सरकार की ओर से जारी कर दी गई थी। मंगलवार को शपथ लेने के बाद जस्टिस भंट्टाचार्य ने कहा कि न्यायाधीशों की कमी के चलते न्यायपालिका एक मुश्किल दौर से गुजर रही है। बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने मंगलवार को उन्हें शपथ दिलाई।
न्यायमूर्ति भट्टाचार्या ने कहा, 'वर्तमान समय में हम न्यायाधीशों के स्वीकृत संख्या से आधे से कम न्यायाधीशों के साथ काम कर रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश ने संबंधित प्राधिकारियों को ताजा नियुक्तियों से न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया ताकि लंबित मामलों का तेजी से निस्तारण सुनिश्रि्वत किया जा सके।' कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 72 है।
वर्तमान में अदालत में मात्र 33 न्यायाधीश हैं। चार अतिरिक्त न्यायाशीशों की नियुक्ति के बाद इनकी संख्या आधी से कुछ अधिक हुई। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'मैं वंचितों को न्याय मुहैया कराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा और मामलों का तेजी से निस्तारण की व्यवस्था करूंगा।' शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कैबिनेट के कानून मंत्री मलय घटक समेत अन्य सदस्यों के साथ मौजूद थीं।
जस्टिस भंट्टाचार्य तीन दिसंबर 2003 को हाईकोर्ट जज बनें थे। इसके बाद 25 अक्टूबर 2017 से वे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद तैनात थे।