बोधगया विस्फोट मामले में मुर्शिदाबाद से पांचवा आतंकी गिरफ्तार
गत 19 जनवरी को बोधगया में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के दौरे के दौरान आइईडी विस्फोटक लगाने व विस्फोट करने के मामले में इन जेएमबी आतंकियों को दबोचा गया है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। विश्व प्रसिद्ध बिहार के बोधगया मंदिर में इस साल के शुरुआती महीने में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के दौरे के दौरान इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) प्लांट करने के मामले में कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक और आतंकी को गिरफ्तार किया है। उसका नाम नूर मोहम्मद है।
गुरुवार की देर रात एसटीएफ की टीम ने उसे मुर्शिदाबाद के धुलियान से गिरफ्तार किया है। वह भी जमात-उल-मुजाहिदीन (बांग्लादेश) यानी जेएमबी का सदस्य है और बोधगया में आइईडी लगाने तथा हल्का विस्फोट कर दहशत फैलाने की साजिश के मुख्य षड्यंत्रकारियों में वह शामिल रहा है। साथ ही जिले में स्लीपर सेल तैयार करने में भी उसकी बड़ी भूमिका रही है। इसके पहले मामले में गिरफ्तार किए गए 4 अन्य आतंकियों की निशानदेही पर ही इसे गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार उसे अदालत में पेश कर एसटीएफ ने रिमांड पर लिया है। उससे पूछताछ कर उसके अन्य सहयोगियों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि 6 फरवरी को इस मामले में चौथे आतंकी अहमद अली उर्फ कालू (33) को एसटीएफ ने फरक्का स्टेशन से गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार आतंकियों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। गत एक फरवरी को मुर्शिदाबाद के रहने वाले शेख पैगंबर (24) और शेख जमिरूल (31) नाम के दो आतंकियों को सबसे पहले एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद एसटीएफ की टीम ने जिले के धुलियान में एक गुप्त ठिकाने पर छापेमारी करके एक और आतंकी शीश मोहम्मद (23) को गिरफ्तार किया था। वह भी मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज थानांतर्गत एलिजाबाद गांव का रहने वाला है। इन तीनों की निशानदही पर ही अहमद अली को पकड़ा गया था और इन चारों से पूछताछ के बाद नूर मोहम्मद को दबोचा जा सका है। इन आतंकियों के पास से करीब 400 किलो अमोनियम नाइट्रेट समेत हजारों की संख्या में जिलेटिन स्टीक, टिफिन बॉक्स, सर्किट बोर्ड आदि बम बनाने के सामान बरामद किए गए हैं। एसटीएफ सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रोहिंग्या आंतकियों के खिलाफ कथित हिंसक कार्रवाई का बदला लेने के लिए इन लोगों ने पूरे बोधगया शहर को दहलाने की साजिश रची थी।
उल्लेखनीय है कि गत 19 जनवरी को बोधगया में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के दौरे के दौरान आइईडी विस्फोटक लगाने व विस्फोट करने के मामले में इन जेएमबी आतंकियों को दबोचा गया है। पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि रो¨हग्याओं पर हो रही कथित ¨हसा का बदला लेने के नाम पर इन लोगों ने इलाके में एक बड़ा स्लीपर सेल तैयार कर लिया है। इन लोगों ने पूछताछ में दावा किया है कि म्यांमार में कथित तौर पर हिंसा का शिकार हुए रोहिंग्या मुसलमानों का बदला लेने के लिए ही इन लोगों ने विस्फोटक के जरिए चेतावनी देने की कोशिश की थी।