Move to Jagran APP

बंगाल में प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ पांच दिन का दुर्गा पूजा उत्सव संपन्न, सिंदूर खेला के बाद मां की विदाई

बंगाल में पांच दिनों का दुर्गा पूजा महोत्सव संपन्न हो गया महिलाएं पारंपरिक ‘सिंदूर खेला’में शामिल होती नजर आई और उन्होंने एक दूसरे को सिंदूर लगाया और मां दुर्गा की विदाई की। सभी जगह शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 09:23 AM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 09:23 AM (IST)
बंगाल में प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ पांच दिन का दुर्गा पूजा उत्सव संपन्न, सिंदूर खेला के बाद मां की विदाई
सिंदूर खेला के बाद मां दुर्गा की विदाई

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में शुक्रवार को प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ ही पांच दिनों का दुर्गा पूजा महोत्सव संपन्न हो गया। हालांकि, कोविड-19 नियमों के मद्देनजर लोगों की संख्या सीमित किए जाने की वजह से नदियों के किनारे प्रतिमा विसर्जन के लिए कम भीड़ दिखी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर दुर्गा पंडाल से प्रतिमा विसर्जन के लिए रंगबिरंगी जुलूस के शक्ल में निकली और इस दौरान पुलिस किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मुस्तैद दिखी। दिन में महिलाएं पारंपरिक ‘सिंदूर खेला’में शामिल होती नजर आई और उन्होंने एक दूसरे को सिंदूर लगाया और मां दुर्गा की विदाई करने से पहले उन्हें मिठाई का भोग लगाया।

loksabha election banner

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी जगह शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि घाटों की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है।उन्होंने बताया कि प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शहर में कई स्थानों पर अस्थायी जलाशय बनाए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि नदी में प्रदूषण रोकने के लिए क्रेन लगाए गए है जो प्रतिमा विसर्जन के बाद उन्हें नदी से बाहर निकालते हैं। इधर, एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ जगहों पर आज भी प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। दरअसल, कोविड नियमों का पालन करते हुए इस बार प्रतिमा विसर्जन के लिए दिशा निर्देश दिया गया है।

उधर, दुर्गा पूजा के आखिरी दिन यानी विजयादशमी पर बंगाल में बंगाली समुदाय की महिलाओं ने सिंदूर खेला उत्सव में भाग लिया। कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न जिलों में पूजा कमेटी की महिला सदस्यों ने घट विसर्जन के बाद दुर्गा पूजा के अंतिम दिन को चिह्नित करने के लिए सिंदूर खेला में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि बंगाल में विजयादशमी के दिन सिंदूर खेला की परंपरा रही है और महिलाएं इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.