सेना की कैंटीन में खराब खाद्य सामग्री सप्लाई, लेफ्टिनेेंट कर्नल और कैंटीन इंचार्ज सहित चार के खिलाफ एफआइआर
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में संचालित सेना की कैंटीन में गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री सप्लाई किए जाने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें से दो भारतीय सेना के कर्मी हैं। एक लेफ्टिनेेंट कर्नल और दूसरा कैंटीन इंचार्ज है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में संचालित सेना की कैंटीन में गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री सप्लाई किए जाने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें से दो भारतीय सेना के कर्मी हैं। एक लेफ्टिनेेंट कर्नल और दूसरा कैंटीन इंचार्ज है। बाकी के दो आरोपित कंपनी के अधिकारी हैं।
कोलकाता की कंपनी रोचक एग्रो फूड लिमिटेड पर वर्ष 2018 में अंडमान में सेना कैंटीन में गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री आपूर्ति करने की शिकायत सामने आई थी। जांच एजेंसी के मुताबिक उस समय अंडमान में पदस्थ लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक चंद्रा व कैंटीन इंचार्ज एम राउत पर रिश्वत लेकर गुणवत्ताहीन सामग्री पर आंखे मूंदे रखने का आरोप लगा था। मामले की जांच में जुटी सीबीआइ ने इस मामले में रोचक एग्रो के अधिकारी शुभम चौधरी व घनश्याम चौधरी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है।
रक्षा मंत्रालय से मिली अनुमति
सीबीआइ ने इस मामले में रक्षा मंत्रालय से सेना के दोनों कर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की अनुमति मांगी थी। हाल ही में मंत्रालय ने जांच एजेंसी को अनुमति दे दी। सीबीआइ की जांच में सामने आया है कि 75 हजार में लेफ्टिनेंट कर्नल ने व 10 हजार की घूस लेकर कैंटीन इंचार्ज ने गुणवत्ता हीन खाद्य सामग्री के मामले में आंखे मूंदी रखी थी। उल्लेखनीय है अंडमान व निकोबार का क्षेत्र कलकत्ता हाईकोर्ट के क्षेत्राधिकार में आता है।