सीएए के विरोध को सड़क पर उतरेंगे चर्च के फादर व शिक्षक
- 20 जनवरी को बिशप रेवरेंड कैनिंग के नेतृत्व में निकलेगा विरोध जुलूस - प्रदर्शन से पूर्व हुई
- 20 जनवरी को बिशप रेवरेंड कैनिंग के नेतृत्व में निकलेगा विरोध जुलूस
- प्रदर्शन से पूर्व हुई बैठक में शामिल हुए ला मार्टिनिया और सेंट जेम्स के प्रिंसिपल व शिक्षक
जागरण संवाददाता, कोलकाता : अब कोलकाता की सड़क पर उतर आगामी 20 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ ईसाई समुदाय के लोग जुलूस निकाल अपना विरोध जाहिर करेंगे। जिसका नेतृत्व उत्तर भारत प्रोटेस्टेंट चर्च (सीएनआइ) के कोलकाता के बिशप रेवरेंड कैनिंग करेंगे। इससे पहले गत वर्ष 26 दिसंबर को कोलकाता के रोमन कैथोलिक आर्चडायसिस की ओर से नागरिकता संशोधन कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध का आह्वान किया गया था। इस बीच गत शुक्रवार को हुई बैठक में ला मार्टिनिया और सेंट जेम्स स्कूल के प्रिंसिपल समेत अन्य शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया था। ऐसे में सभी के सीएए-एनआरसी विरोधी जुलूस में शामिल होने की संभावना है। बता दें कि पहली बार ईसाई समुदाय की ओर से किसी सियासी फैसला का विरोध किया जा रहा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इस विरोध जुलूस का असर देखने को मिल सकता है। इधर, राज्य की ममता सरकार और वामो की ओर से लगातार नागरिकता संशोधन कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध में इलाकेवार विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। साथ ही हाल ही में संपन्न हुए तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भी इसका असर देखने को मिला और यही कारण है कि जिन सीटों पर बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा आगे रही उसे वहां मुंह खानी पड़ी और तो और तीन ही सीटों पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कब्जा कर लिया।