डिजाइन में तकनीकी खामी के चलते ढहा ब्रिज : साइट इंचार्ज
- फरक्का ब्रिज की विस्तार योजना के तहत चल रहा था निर्माण कार्य - हादसे में दो कर्मचारियों की मौत
- फरक्का ब्रिज की विस्तार योजना के तहत चल रहा था निर्माण कार्य
- हादसे में दो कर्मचारियों की मौत, तीन की हालत गंभीर
- मृतकों को आर्थिक मदद का आश्वासन राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मालदा के वैष्णवनगर में फरक्का ब्रिज की विस्तार योजना के तहत चल रहे ब्रिज निर्माण कार्य को उस वक्त बड़ा धक्का लगा, जब इसका एक हिस्सा एकाएक जमीन पर आ गिरा। हादसे में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है। वहीं तीन लोगों के गंभीर रूप से जख्मी होने की खबर है। अब इस हादसे के लिए ब्रिज की डिजाइन में खामी की बात सामने आई है। साइट इंचार्ज उदयवीर सिंह के अनुसार ब्रिज के डिजाइन में खामी के कारण उक्त हादसा हुआ है। आरोप है कि बीते डेढ़ साल से गलत डिजाइन के अनुसार ही निर्माण कार्य चल रहा था। इसे लेकर कई प्रकार के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, फरक्का ब्रिज की विस्तार योजना के तहत बीते डेढ़ साल से निर्माण कार्य चल रहा है। रविवार की शाम को ब्रिज की खंभा संख्या एक और दो के बीच गार्डर लगाने का काम चल रहा था। लगभग 50 कर्मचारी इस काम में लगे थे। अभी काम चल ही रहा था कि अचानक जोरदार धमाके के साथ ब्रिज का उक्त हिस्सा जमीन पर आ गिरा। तेज आवाज सुनकर आसपास से लोग भागकर वहां पहुंचे। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस की मदद से ं जख्मी कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया,जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद दो लोगों की मौत की पुष्टि कर दी। वहीं गंभीर रूप से जख्मी तीन कर्मचारियों को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना में साइट इंचार्ज के बयान ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। साइट इंचार्ज उदयवीर सिंह ने बयान दिया है, जिसमें उसने सीधे पर इस घटना के लिए ब्रिज के त्रुटिपूर्ण डिजाइन को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना है कि ब्रिज के डिजाइन में तकनीकी खामी की जानकारी निर्माण संस्था को दी गई थी। बावजूद इसके इस डिजाइन पर ही काम करने का निर्देश दिया गया। परिणामस्वरूप काम चलने के दौरान ही हादसा हो गया। इधर इस घटना की जांच के लिए दो कमेटी बनाई गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व मालदा जिला पुलिस प्रशासन मामले में जांच कर रही है।
सोमवार की सुबह भाजपा सांसद खगेन मुर्मु घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का मुआयना किया। कहा, दोषी पाए जाने पर संबंधित पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस लापरवाही की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को भी लेनी पड़ेगी। कहा, मामले में फिलहाल राजनीति करने का यह समय नहीं है। घटना की रिपोर्ट परिवहन मंत्री नितिन गड़करी को दी जाएगी।