जूनियर डॉक्टर संग मारपीट की घटना के विरोध में ठप रही इमरजेंसी सेवा
जागरण संवाददाता कोलकाता इस साल जून माह में कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में
जागरण संवाददाता, कोलकाता : इस साल जून माह में कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर की पिटाई की घटना को केंद्र कर राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों ने सेवा ठप इस घटना का विरोध किया था। वहीं बुधवार को कुछ ऐसे ही परिदृश्य कोलकाता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में देखने को मिले, जहां एक जूनियर चिकित्सक और अस्पतालकर्मी को आउटडोर टिकट काउंटर पर कथित तौर पर पीटने का आरोप है। हालांकि, इस घटना के बाद जूनियर चिकित्सकों ने आउटडोर व इमरजेंसी सेवा बाधित कर अपना विरोध जाहिर किया। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बुधवार दोपहर आउटडोर लाइन को तोड़ टिकट लेने आए एक जूनियर डॉक्टर और अस्पतालकर्मी को जब ऐसा न करने को कहा गया तो वे गुस्सा हो गए। जिसके बाद इसकी जानकारी मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मी को दी गई। लेकिन लाख कोशिश के बाद भी स्थिति नियंत्रित नहीं हो सकी। इधर, पुलिस के मौके पर आते ही हालात और भी बद से बदतर हो गए। साथ ही आरोप है कि पुलिस चौकी में ले जाकर जूनियर चिकित्सक की पिटाई की गई। हालांकि, पिटाई के क्रम में जूनियर चिकित्सक बार-बार पुलिस को यह बताता रहा कि वह इस अस्पताल में बतौर जूनियर चिकित्सक सेवारत है। लेकिन उसकी किसी ने एक न सुनी। इस क्रम में उसके आंखों व माथे पर गंभीर चोटें भी आई। वहीं घटना के प्रकाश में आते ही सभी जूनियर चिकित्सकों ने सेवा ठप कर अपना विरोध जताया। जिसके बाद स्थिति और भी बिगड़ गई। नतीजतन, यहां उपचार को आने वाले मरीजों व उनके स्वजनों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा तो कई मरीजों की स्थिति नाजुक होने के बावजूद उन्हें जरूरी सेवा नहीं मिल सकी। हालांकि, अस्पताल अधीक्षक इंद्रनील विश्वास ने कहा कि किसी भी पक्ष ने मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं की है। यहा तक की कॉल टू एक्शन को उन्होंने मौखिक बताया है और कहा उक्त मसले पर वह जूनियर चिकित्सकों से बात करेंगे। सूत्रों की मानें तो समस्या के समाधान को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व डीसी सेंट्रल के साथ ही जख्मी जूनियर चिकित्सक की मौजूदगी में बैठक बुलाई गई, जिसमें इमरजेंसी सेवा शुरू करने को लेकर बातचीत हुई।