Move to Jagran APP

West Bengal Assembly Election 2021: ममता बनर्जी के चोटिल होने के मामले में सुरक्षा निदेशक निलंबित, डीएम व एसपी पर भी गिरी गाज

West Bengal Assembly Election 2021 ममता बनर्जी के चोटिल होने के मामले में चुनाव आयोग ने उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय को पद से हटा दिया और फिलहाल निलंबन में रखा है। पूर्व मेदिनीपुर के डीएम विभु गोयल को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 06:03 PM (IST)Updated: Mon, 15 Mar 2021 06:59 AM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021: ममता बनर्जी के चोटिल होने के मामले में सुरक्षा निदेशक निलंबित, डीएम व एसपी पर भी गिरी गाज
ममता बनर्जी की चोट के मामले में विवेक सहाय को सुरक्षा निदेशक के पद से हटाया। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जख्मी होने की घटना में चुनाव आयोग ने रविवार को कड़ा कदम उठाते हुए उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय को पद से हटा दिया और तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया। साथ ही, पूर्व मेदिनीपुर जिले के जिला अधिकारी (डीएम) विभु गोयल को भी तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उनके स्थान पर स्मिता पांडे की नियुक्ति की गई है। विभु गोयल का गैर-चुनावी ड्यूटी वाले पद पर तबादला किया गया है। चुनाव आयोग ने पूर्व मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को भी निलंबित कर दिया है। उनके स्‍थान पर 2009 बैच के आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार यादव को नियुक्‍त किया गया है।

loksabha election banner

आयोग ने इस घटना को सोची-समझी साजिश के तहत हमले का हमला मानने से भी इनकार करते हुए सुरक्षा में कोताही का मामला बताया है। सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय पर जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त लोगों की सुरक्षा में चूक को लेकर एक हफ्ते के अंदर आरोप तय करने को कहा गया है और बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को अविलंब नए सुरक्षा निदेशक की नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। पूर्व मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश को हटाने के बाद उनके खिलाफ भी ममता की सुरक्षा व्‍यवस्‍था में बड़ी खामी के लिए आरोप तय किए जाएंगे। इस कार्रवाई से पहले चुनाव आयोग ने एक बैठक की थी, जिसमें बंगाल के मुख्‍य सचिव और पुलिस महानिदेशक को लेकर उच्‍च स्‍तरीय समिति गठित की गई थी। इस समिति से ममता पर कथित हमले के मामले में जिम्‍मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। बंगाल के पर्यवेक्षकों और मुख्‍य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने पूरे मामले की जांच अगले 15 दिनों में पूरी करने और 31 मार्च तक रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। खबर है कि कुछ और अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है।

'खुद बुलेटप्रूफ वाहनों में घूमतेे हैं विवेक सहाय'

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगाल की मुख्‍यमंत्री समेत राज्‍य के अन्‍य महत्‍वपूर्ण लोगों की सुरक्षा के लिए जिम्‍मेदार सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय का रवैया गैर जिम्‍मेदार नजर आया। वह खुद बुलेटप्रूफ वाहनों में घूमते हैं जबकि ममता बनर्जी बुलेटप्रूफ के बजाय साधारण वाहन से चलती हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि ममता की सुरक्षा व्‍यवस्‍था में बड़ी चूक के लिए विवेक सहाय पर आरोप तय किए जाएंगे।

'अक्‍सर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ती रहती हैं ममता'

रिपोर्ट में बताया गया है कि बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी भी अक्‍सर अपनी सुरक्षा की कोई चिंता नहीं करती है और सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ती रहती हैं। ऐसे परिस्थितियों में उनकी सुरक्षा में चूक होने जैसी आशंका हमेशा बनी रहती है।

स्‍टार प्रचारकों के लिए जल्‍द आएगा सुरक्षा प्रोटोकॉल

चुनाव आयोग ने नंदीग्राम की इस घटना के बाद सभी पार्टियों के स्‍टार प्रचारकों के लिए सुरक्षा व्‍यवस्‍था और प्रोटोकॉल को लेकर एहतियाती निर्देशिका जारी करने पर भी विचार कर रहा है। इन निर्देशों को स्‍टार प्रचारकों को मानना पड़ेगा।

पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा बंगाल में विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्‍त

इस बीच चुनाव आयोग ने पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस, पंजाब अनिल कुमार शर्मा को बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्‍त किया है। एके शर्मा बंगाल चुनाव के लिए दूसरे विशेष पुलिस पर्यवेक्षक होंगे। इससे पहले विवेक दुबे को स्‍पेशल पुलिस पर्यवेक्षक बनाया गया था।

अस्पताल में हुए मुख्यमंत्री के इलाज का ब्योरा सार्वजनिक किया जाए : भाजपा

इस बीच, बंगाल भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की है कि कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में हुए मुख्यमंत्री के इलाज का ब्योरा सार्वजनिक किया जाए। भाजपा का कहना है कि ममता को लगी चोट के पीछे की सच्‍चाई को जनता के सामने लाना जरूरी है ताकि इसकी आड़ में जनता को धोखा देकर वोटों को अपने पाले में न किया जा सके। चुनाव आयोग ने पूरे मामले की जांच अगले 15 दिनों में पूरी करने और 31 मार्च तक उसके पास रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है।

बंगाल के डीजीपी व एडीजी पहले ही गिर चुकी है गाज

चुनाव आयोग ने पिछले दिनों विरोधियों के आरोपों और चुनाव पर्यवेक्षक की रिपोर्टों के आधार बंगाल के पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) पद से वीरेंद्र और एडीजी(कानून-व्यवस्था) के पद से जावेद शमीम को हटा दिया था, जिसे लेकर तृणमूल ने आयोग पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.