बांस-पाट से बनी नाव से सफर कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
उद्देश्य है गंगा को निर्मल व स्वच्छ बनाए रखने के लिए लोगों में जागरुकता फैलाना।
साहसी युवकों के दल ने तय किया 217 किलोमीटर का लंबा फासला
-गत सात दिसंबर को हल्दिया से निकला था दल
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जागरण संवाददाता, हावड़ा : उद्देश्य है गंगा को निर्मल व स्वच्छ बनाए रखने के लिए लोगों में जागरुकता फैलाना। इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रचार-प्रसार को बल प्रदान करने आठ साहसी युवाओं का एक दल 217 किलोमीटर की जलयात्रा पर निकला था। गत सात दिसंबर को हल्दिया से रवाना हुआ यह दल नौ दिनों का सफर पूरा कर शनिवार सुबह हावड़ा पहुंचा। विशेष तरह की पर्यावरण हितैषी नाव से यह दल रामकृष्णपुर के घाट पर पहुंचा। इस अनोखी नाव को गंगा घाट पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। पाट व बांस से निर्मित 39 फुट लंबी व छह फुट ऊंची नाव से साहसी व उत्साही युवाओं ने इस दुर्गम सफर को न सिर्फ पूरा किया, बल्कि इस दौरान सामने आईं तमाम प्रकार की चुनौतियों का भी उन्होंने डटकर सामना किया। सकुशल अपनी यात्रा पूरा कर हावड़ा पहुंचने पर टीम ने खुशी का इजहार किया।
दल का नेतृत्व करने वाले पुष्पेन सामंत ने बताया-'हमारा यह अभियान मुख्य रूप से गंगा नदी को स्वच्छ रखने को लेकर समाज को एक संदेश देने का था। समाज को प्रभावी संदेश मिले, इसके लिए हमने अपनी यात्रा को पर्यावरण हितैषी के साथ ही एक रोमांचक बनाने की कोशिश की। इसी सोच के तहत नाव को पूर्ण रूप से पर्यावरण हितैषी बनाने का विचार आया। हल्दिया से 115 नाटिकल माइल्स का सफर नौ दिनों में पूरा कर आज हम हावड़ा पहुंचे है। इस सफर के दरम्यान रास्ते में तमाम गंगा घाटों पर हम रुके और वहां गंगा की स्वच्छता पर हमने लोगों को जागरूक करने की पूरी कोशिश की। पर्यावरण संरक्षण पर हमने लोगों का बताया और विस्तृत जानकारी दी।' सामंत ने आगे कहा-'यह सफर हमें ताउम्र याद रहेगा क्योंकि हमने इस दौरान प्रकृति के बीच प्राकृतिक संसाधनों के साथ बेहद विषम परिस्थितियों में समय गुजारा है। इस अभियान से एडवेंचर स्पोर्ट्स को भी बल मिलने की उम्मीद है।' दल के अन्य सदस्यों में असीम मंडल, विश्वजीत मंडल, अरशद अली मंडल, आमिर हसन जमादार, विशाल गोयल, एम अली मंडल और शेख हासिम अब्दुल हालिम शामिल हैं।