Kolkata News: ED ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को बताया आरोपियों का गुरु, शांतनु बनर्जी की जमानत याचिका खारिज
बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शांतनु बनर्जी की जमानत याचिका कोलकाता की बैंकशाल अदालत ने ठुकरा दी है। सुनवाई के दौरान ईडी के वकील ने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी इन सभी के गुरु थे। फाइल फोटो।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शांतनु बनर्जी की जमानत याचिका कोलकाता की बैंकशाल अदालत ने ठुकरा दी है और उन्हें पांच अप्रैल तक जेल भेज दिया है।
ईडी के वकील ने पार्थ चटर्जी को बताया आरोपियों का गुरु
अदालत में सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील फिरोज एडुलजी ने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी इन सभी के गुरु थे और ये सभी लोग उनके शिष्य हैं। हालांकि शांतनु बनर्जी के वकील ने कोर्ट में कहा कि उनके मुवक्किल बेकसूर हैं। इस मामले में कौन दोषी है, जांच के दौरान सबकुछ सामने आ जाएगा। हालांकि उन्होंने किसी के नाम का खुलासा नहीं किया।
अधिगृहीत की गई भूमि और संपत्तियां उनके परिवार के सदस्यों के नाम हैं दर्ज
ईडी के वकील ने कहा है कि पूछताछ में शांतनु बनर्जी ने अधिकारियों से दावा किया कि उन्होंने कभी पूर्व तृणमूल नेता तापस मंडल को नहीं देखा है। शांतनु द्वारा अधिगृहीत की गई भूमि और संपत्तियां उनके परिवार के सदस्यों के नाम दर्ज हैं। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, शांतनु बनर्जी 2014 के टेट भ्रष्टाचार में भी शामिल थे। वर्ष 2012 टेट प्रवेश पत्र शांतनु के घर से प्राप्त हुए हैं। हालांकि उन्होंने जिरह में कहा कि उन्हें याद नहीं कि उनके पास दस्तावेज क्या थे ?
फोन से मिले एडमिट कार्ड
ईडी के अधिकारियों को उनके आइ फोन से एडमिट कार्ड मिले हैं। ऐसी कई फर्जी कंपनियों का पता चला है जिनके जरिए बड़े पैमाने पर लेन-देन हुए हैं। इन कंपनियों के जरिए पैसा ट्रांसफर किया गया है या संपत्ति खरीदी गई है। इन कंपनियों के डमी निदेशक भी थे।
शांतनु तृणमूल कांग्रेस विधायक तथा प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी जैसे कई रसूखदार लोगों के साथ जुड़े थे। शांतनु के नाम से 41 डेसिबल का फार्म हाउस हुगली में पाया गया है। इसे भ्रष्टाचार के पैसे से खरीदा गया था।