बंगाल में कोरोना के चलते नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर निर्धारित रैली की जा सकती है रद
मुख्य सचिव एचके द्विवेदी और गृह सचिव बीपी गोपालिका समेत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के दौरान शुक्रवार देर रात इन संभावित कदमों को लेकर चर्चा हुई। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा नेताजी की जयंती और गणतंत्र दिवस को भव्य तरीके से मनाने के लिए हालात अनुकूल नहीं हैं
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 23 जनवरी को आयोजित की जाने वाली रैली को कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण संभवत: रद करेगी और यहां रेड रोड पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में भी कटौती की जाएगी। राज्य सचिवालय नवान्न के एक सूत्र ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्र ने बताया कि मुख्य सचिव एचके द्विवेदी और गृह सचिव बीपी गोपालिका समेत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के दौरान शुक्रवार देर रात इन संभावित कदमों को लेकर चर्चा हुई।
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, नेताजी की जयंती और गणतंत्र दिवस को भव्य तरीके से मनाने के लिए हालात अनुकूल नहीं हैं, क्योंकि कोविड संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जा सकती। लिहाजा 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पर रेड रोड से श्यामबाजार तक आयोजित होने वाली रैली को रद किए जाने की संभावना है। इसके अलावा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम भी केवल 30 मिनट तक सीमित किया जा सकता है।
बहरहाल, इस संबंध में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को करेंगी।बताते चलें कि बंगाल में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य में शुक्रवार को कोविड-19 के 22,645 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18,63,697 हो गई। इसके अलावा 28 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 20,013 हो गई।
ममता ने की थी नेताजी की जयंती पर रैली निकालने की घोषणा
- बताते चलें की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के सपूत व आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 23 जनवरी को उनके सम्मान में कोलकाता के रेड रोड से श्यामबाजार तक एक विशाल रैली निकाले जाने की पिछले दिनों घोषणा की थी। हालांकि तब कोरोना का उतना प्रकोप नहीं था। वहीं, पिछले करीब 15 दिनों से जिस तरह से राज्य में हर दिन नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में इस तरह की रैली से और संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए राज्य सरकार फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।