जिओ टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी
-नकली डायरेक्टर और चेयरमैन भी गिरफ्तार, विधाननगर साइबर अपराध शाखा ने पहले ही सात लोगों को किया
-नकली डायरेक्टर और चेयरमैन भी गिरफ्तार, विधाननगर साइबर अपराध शाखा ने पहले ही सात लोगों को किया था गिरफ्तार
- ये लोग रजिस्ट्रेशन और ट्राई का एनओसी लेने के नाम पर रकम वसूलने के बाद संपर्क तोड़ लेने थे
जागरण संवाददाता, कोलकाता : जिओ टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ करते हुए विधाननगर साइबर अपराध शाखा ने नकली निदेशक (डायरेक्टर) और चेयरमैन को भी गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम तनिमा समाद्दार और प्रदीप समाद्दार है। निदेशक बनी तनिमा एक पुलिस कांस्टेबल की पत्नी बताई जा रही है। दोनों को बुधवार की रात गिरफ्तार किया गया। मालूम हो कि पुलिस ने कुछ समय पहले ही सात लोगों को गिरफ्तार किया था, जो जिओ का टावर लगाने के नाम पर लोगों को शिकार बनाते थे। उनसे पूछताछ के बाद ही तनिमा और प्रदीप को गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब हो कि तनिमा और प्रदीप जिओ के नाम पर फर्जी कंपनी खोल रखे थे। इसमें तनिमा निदेशक थी, जबकि प्रदीप चेयरमैन। इन लोगों ने कुछ कर्मचारी भी रखे थे, जो लोगों के घरों में फोन कर जिओ टावर लगाने का झांसा देते। जो इनके झांसे में आते उनसे रजिस्ट्रेशन और ट्राई का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) लेने के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे। बाद में उनसे सभी तरह के संपर्क तोड़ देते थे। इस तरह सैकड़ों लोगों को शिकार बना चुके थे। उन्हीं में से कुछ लोगों ने विधाननगर साइबर अपराध शाखा में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में उतरी पुलिस ने पहले ही सात लोगों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ की गई, तो कंपनी की निदेशक तनिमा और चेयरमैन प्रदीप के नाम का खुलासा हुआ। उसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया।