उत्तर 24 परगना जिले के जगदल के आतपुर निमतला में एटीएम कैश वैन में रखे 85 लाख रुपये लेकर चालक फरार
उत्तर 24 परगना जिले के जगदल के आतपुर निमतला में एक सरकारी बैंक के सामने घटी घटना। पुलिस ने बीजपुर थाना क्षेत्र से कैश वैन और ट्रंक को बरामद कर लिया लेकिन रुपए बरामद नहीं हुए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : एटीएम को भरने के लिए कैश वैन में रखे 85 लाख रुपये लेकर चालक फरार हो गया। कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के जगदल के आतपुर निमतला में एक सरकारी बैंक के सामने बुधवार को दोपहर में चौंकाने वाली घटना हुई। घटना के बाद निजी कंपनी के कर्मचारी ने अपने कार्यालय को फोन किया और मामले की जानकारी दी।
उसके बाद संबंधित कंपनी की ओर से जगदल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने रात में बीजपुर थाना क्षेत्र से कैश वैन और ट्रंक को बरामद किया, लेकिन रुपए बरामद नहीं हुए। चालक राज हालदार का पता नहीं चला है। पुलिस उसकी खोज में लगी है।
प्रारंभिक अनुमान है कि पूरा मामला पूर्व-निर्धारित है
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एटीएम में पैसे भरने के लिए जब कर्मचारी सिक्योरिटी गार्ड के साथ कैश वैन से निकले, राज तब वाहन में अकेला था और एक एल्यूमीनियम की डिक्की में 85 लाख रुपये रखे हुए थे। तभी अकेले का मौका पाकर चालक पैसे लेकर वाहन के साथ फरार हो गया। जांचकर्ताओं का प्रारंभिक अनुमान है कि पूरा मामला पूर्व-निर्धारित है।
बीजपुर थाना क्षेत्र से कार और ट्रंक बरामद, रुपए नहीं
इस संदर्भ में बैरकपुर आयुक्तालय के संयुक्त आयुक्त अजय ठाकुर ने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने रात में बीजपुर थाना क्षेत्र से कार और ट्रंक को बरामद किया, लेकिन रुपए बरामद नहीं हुए। पुलिस चालक की खोज में लगी है। उसका मोबाइल फोन बंद है।
चालक का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं
लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। जल्दी उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस बात की भी जांच की जा रही है कि चालक का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं। जांचकर्ताओं को पता चला है कि चालक नदिया के ग्यासपुर का रहने वाला है।
पता लगाएंगे कैश वैन के पास पर्याप्त सुरक्षा क्यों नहीं?
बताते चलें कि निजी कंपनी के जरिए पैसा बैंक से एटीएम तक पहुंचता है। यह बैंक अधिकारियों की परेशानी को कम करता है। हालांकि, इतनी बड़ी धनराशि होने के बावजूद, पुलिस यह भी देख रही है कि कैश वैन के पास पर्याप्त सुरक्षा क्यों नहीं थी।