जूनियर डॉक्टरों पर हमले को लेकर महानगर में निकला जुलूस
-एनआरएस से शुरू हुआ जुलूस नेशनल मेडिकल कॉलेज में जाकर खत्म हुआ -जुलूस में डाक्टरों से साथ
-एनआरएस से शुरू हुआ जुलूस नेशनल मेडिकल कॉलेज में जाकर खत्म हुआ
-जुलूस में डाक्टरों से साथ नामचीन हस्तियां व बुद्धिजीवी भी हुए शामिल
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जागरण संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में गत चार दिनों से जारी जूनियर डाक्टरों की हड़ताल से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। इस बीच जूनियर डॉक्टरों पर हमले के खिलाफ महानगर में शुक्रवार शाम जुलूस निकाला गया। जो शहर के एनआरएस अस्पताल से शुरू हुई। इस जुलूस में मेडिकल सेवा से जुड़े डाक्टरों के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्ग के प्रतिनिधि समेत कई नामचीन हस्तियां भी शामिल हुए। वहीं जुलूस में शामिल लोगों के हाथों में बैनर और पोस्टर व डॉक्टरों ने अपने सिर पर पट्टी बांध रखी थी।
जुलूस में शामिल डाक्टरों ने बताया कि वे सरकार से न्याय चाहते हैं। सरकार को राज्य के सभी मेडिकल कालेजों में डाक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करनी चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री ने अभी तक हमारी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया। यह पूछे जाने पर कि आप लोग सिर पर पंट्टी क्यों बांधा है पर उन्होंने बताया कि सिर पर बंधी पट्टी, यह प्रदर्शित कर रहा है कि हम किस हालत में उपचार कर रहे हैं। कैसे हम पर हमले हो रहे हैं। इसके अलावा हम लोगों को जागरूक करना चाहते हैं। बता दें कि जुलूस में मानवाधिकार संगठन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे। एनआरएस से शुरू हुआ यह जुलूस नेशनल मेडिकल कॉलेज में जाकर खत्म हुआ।
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जुलूस में शामिल हुए कई नामचीन हस्तियां
डाक्टरों द्वारा निकाले गए जुलूस में फिल्म अभिनेत्री अपर्णा सेन और अभिनेता व रंगकर्मी कौशिक सेन समेत कई नामचीन हस्तियां भी शामिल हुए। जुलूस में उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि हड़ताल पर बैठे जूनियर डाक्टर उनकी संतान की तरह हैं। मुख्यमंत्री को उनके पास खड़े होकर उनकी मांगों पर गौर करना चाहिए। हड़ताल की वजह से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं अभिनेता कौशिक सेन ने कहा कि इसकी जिम्मेवारी जितना डाक्टरों की है, उतना ही प्रशासन की भी है। सभी को मिलकर इस मसले को जल्द से जल्द हल करना चाहिए। ताकि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल हो सके। बता दें कि ये दोनों सिंगुर आंदोलन में ममता बनर्जी के साथ दिखे थे।